जब शिवराज मामा से छात्र ने पूछा ऐसा सवाल कि उनसे जवाब देते नहीं बना!
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से एक कार्यक्रम में एक छात्र ने पूछा ऐसा सवाल कि उनसे जवाब देते नहीं बना। मंच पर ही थोड़ी देर खामोश रहने के बाद उन्होंने छात्र को जवाब दिया। सीएम शिवराज सिंह चौहन सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मॉडल स्कूल ऑडिटोरियम में आयोजित हम छूं लेंगे आसमां कार्यक्रम में लाइव फोन इन प्रोग्राम के जरिए बच्चों से बातचीत कर रहे थे। लेकिन इस दौरान एक छात्र ने ऐसा सवाल पूछा डाला कि सीएम शिवराज सिंह चौहान असहज नजर आए। बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसी स्कूल में शिक्षा हासिल की थी।
मामा जी शिक्षा में जाति ना लाएं
एक छात्र विक्की शर्मा ने सीएम शिवराज से कहा कि मामा जी प्लीज, शिक्षा में जाति को न लाएं। उसने उदहारण देते हुए कहा कि, उसने भी उतनी ही पढ़ाई की है, जितनी उसके दोस्त ने की। उसके 80 प्रतिशत मार्क्स आएं और उसके आरक्षण श्रेणी में आने वाले दोस्त के मार्क्स उससे तीन प्रतिशत कम हैं। फिर भी उसे लैपटॉप मिल रहा है, लेकिन मैं ज्यादा नंबर लाने के बावजूद भी लैपटॉप पाने का पात्र नहीं हूं। इस सवाल को सुनकर मुंख्यमंत्री भी थोड़ा असहज दिखे।
शिवराज सिंह ने दिया ये शानदार जवाब
असुविधाजनक सवाल ने आधिकारियों को असहज कर दिया और उन्होंने तीन बार जाति पर जोर देकर मुख्यमंत्री की बात काटने वाले छात्र को चुप करने की कोशिश की तो शिवराज सिंह ने रोक दिया। छात्र ने कहा कि 'कृपया इसे सभी के लिए बराबर बनाएं', जिस पर अन्य छात्र उसके समर्थन में आ गए। जिसके बाद उन्होंने छात्र को समझाते हुए जवाब दिया कि हमारे देश में अलग-अलग रंगों के फूल हैं और हमें इन सभी की रक्षा करनी है। सालों तक जो लोग पीछे रह गए, जिन्हें हमारे साथ की जरुरत है, ऐसे में अगर उन्हें कुछ दिया जा रहा तो उसे स्वीकार किया जाना चाहिए।
मामा जी ने दी बड़े दिन वाले बनने की सलाह
शिवराज सिंह ने छात्र को यह भी साफ किया कि लैपटॉप की स्कीम सभी छात्रों के लिए है। उन्होंने कहा कि बेटे मेधावी विद्यार्थी योजना में फीस माफी और लैपटॉप देने की योजना हर स्टूडेंट के लिए है और कुछ जगह बच्चों थोड़ा बड़ा और विराट दिल के बनो और भविष्य के बारे में सोचो।