मप्र: बीजेपी-कांग्रेस के लिए आई खुशखबरी, दोनों के वोट काटने वाली 'सपाक्स' में पड़ी फूट
जबलपुर। जाति आरक्षण और एससी एसटी एक्ट के विरोध के चलते अस्तित्व में आए सपाक्स समाज संगठन का राजनीतिक करण होने के बाद अब इसमें फूट पड़ गई। सपाक्स के संस्थापक ललित शास्त्री ने हीरालाल त्रिवेदी को किनारे कर अमित खम्परिया को नया कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। संगठन ने पीएस परिहार को सपाक्स से पदमुक्त कर दिया गया है।
जबलपुर में सपाक्स के संस्थापक ललित शास्त्री ने कहा कि हीरालाल त्रिवेदी को संस्थान के संचालन का अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि त्रिवेदी ने नियमों को ताक पर रखकर सपाक्स की नीतियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया और उनका गलत उपयोग किया।
उन्होंने आगे कहा कि संगठन में संरक्षक सदस्य के रूप में आये हीरा लाल त्रिवेदी ने मनमानी करते हुए मीडिया में खुद को सपाक्स पार्टी के साथ ही पुरे सपाक्स समाज का अध्यक्ष घोषित कर दिया और सपाक्स नाम से राजनैतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया। सपाक्स नाम से कोई भी राजनैतिक पार्टी नहीं बनाई जा सकती है। सपाक्स एक सामजिक संगठन है और रहेगा साथ ही पंडित ललित शास्त्री का यह भी कहना है अगर सपाक्स के सदस्य चुनाव लड़ते है तो उनका पूरा समर्थन किया जाएगा लेकिन सपाक्स नाम का राजनैतिक पार्टी के रूप में इस्तमाल नहीं करने दिया जाएगा।
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