कलेक्टर ने बीमार युवती को ब्लड देकर बचाई जान, WhatsApp मैसेज देख खून देने पहुंचीं अस्पताल
Rajgarh News in Hindi, राजगढ़। अस्पताल में भर्ती एक युवती की जान पर बन आई थी। वह जिंदगी और मौत के बीच जूझने को मजबूर थी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म वाट्सएप के कई ग्रुपों में उसकी मदद के लिए मैसेज भी चला, लेकिन कोई उसकी मदद करने को आगे नहीं आया। फिर जो आया उसका किसी ने अंदाजा तक भी नहीं लगाया था। अस्पताल में युवती के बिस्तर के सामने उनकी मददगार बनकर खड़ी थी राजगढ़ की जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ( IAS Nidhi Nivideta ) । एक नौकरशाह का यह रूप देख हर कोई उनकी प्रशंसा करते नहीं थका।
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कविता के शरीर में थी खून की कमी
दरअसल, मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा के पास खजूरिया गांव की कविता दांगी कई दिन से बीमार थी। रविवार को उसे राजगढ़ के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कविता के शरीर में हिमोग्लोबिन 5.5 पहुंच गया था। चिकित्सकों ने उसके लिए तुरंत बी पॉजीटिव ब्लड की आवश्यकता जताई। परिजनों व जान पहचान में किसी का ब्लड ग्रुप उससे मैच नहीं हुआ।
कलेक्टर को भी ब्लड ग्रुप बी पॉजीटिव था
कविता के परिजनों ने रक्तदान को लेकन अभियान चलाने वाले रायसिंह से सम्पर्क किया। उन्हें पूरी बात बताई। इसके बाद रायसिंह ने वाट्सएप के कई ग्रुपों में जानकारी शेयर कर कविता के लिए बी पॉजीटिव श्रेणी का रक्तदान करने की अपील की। एक वाट्सएप ग्रुप में यह मैसेज पहुंचा उसमें राजगढ़ जिला कलेक्टर निधि निवेदिता भी जुड़ी हुई थी। इत्तेफाक से उनका ब्लड ग्रुप बी पॉजीटिव था। मैसेज देख कलेक्टर तुरंत अस्पताल पहुंची और पहले तो अस्पताल की ब्लड बैंक में स्टॉक देखा और फिर खुद कविता के लिए एक यूनिट ब्लड डोनेट किया।
रक्तदान शिविर लगाएंगे
जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ने अस्पताल में ब्लड की कमी पूरी लिए अस्पताल प्रबंधन के साथ ही समाजसेवियों के माध्यम से ब्लड डोनेशन कैंप लगाएंगे ताकि कविता जैसे अन्य मरीजों को समय रहते ब्लड उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने लोगों से भी ब्लड डोनेट करने की अपील की और कहा कि रक्तदान महादान है। इससे किसी प्रकार की शारीरिक कमजोरी नहीं आती बल्कि स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में रक्तदान के 24 घंटे बाद ही वापस ब्लड बन जाता है।
मेरे लिए कलेक्टर मेडम फरिश्ते के समान
अस्पताल में भर्ती युवती कविता को बताया गया कि उसे जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ने ब्लड दिया है तो कविता की आंखें भर आई। उसने बताया कि कलेक्टर मेम राजगढ़ जिले की सबसे बड़ी अफसर होने के साथ-साथ उसके लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं। ऐसी सोच हर कोई रखने लगे तो अस्पताल में खून की कमी से किसी मरीज की मौत नहीं होगी।
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