गर्भवती महिला को झोली में डालकर 3 किमी दूर अस्पताल ले गए परिजन
बड़वानी। मध्य प्रदेश के बड़वानी से मूलभूत सुविधाओं की पोल खोलने और हर किसी को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक गर्भवती महिला को झोली में डालकर अस्पताल ले जाना पड़ा है। जानकारी के अनुसार बड़वानी जनपद मुख्यालय से 35 किमी दूर चाचरिया पंचायत के नवाड़ फलिया में वर्षों से पक्की सड़क का अभाव है। ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कीचड़ होने से वाहन फलिया तक नहीं जा पा रहे हैं। रविवार को एक दिव्यांग गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे झोली में डालकर 3 किमी का सफर पैदल तय कर चाचरिया ले जाना पड़ा। स्थिति गंभीर होने पर महिला को चाचरिया अस्पताल से सेंधवा सिविल अस्पताल रेफर किया गया। जहां पर जच्चा-बच्चा को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। नवाड़ फलिया के 3 किमी के हिस्से में बारिश के मौसम में कीचड़ होने से वाहन नहीं आ पाते। ऐसे में ग्रामीणों को कीचड़ वाले रास्ते से आना-जाना पड़ रहा है।
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बता दें कि दो साल पहले नीति आयोग ने देश के 117 आकांक्षी जिलों में बड़वानी का चयन किया। ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत पिछड़े जिलों की स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क जैसी आधारभूत जरूरतों पर काम होगा। इधर, सिविल अस्पताल में पदस्थ सिस्टर ईस्टर मेरी ने बताया रविवार शाम को गर्भवती राहुल की पत्नी गायत्री 108 एम्बुलेंस से लाया गया था। स्थिति गंभीर थी। दो दिन पहले गर्भपेशी फट जाने से बच्चा फंस गया था। सामान्य डिलेवरी कर जच्चा-बच्चा को बचाया गया। दोनों स्वस्थ हैं।