ट्र्रेन में यात्रियों ने बाप को ही समझ लिया बच्चा चोर, पकड़कर पुलिस के हवाले भी कर दिया
दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में इन दिनों बच्चा चोरी की अफवाहें इस कदर फैल रही हैं कि लोग जरा सा भी शक होने पर सतर्कता दिखा रहे हैं। ऐसी एक घटना दमोह रेलवे स्टेशन पर बीती रात करीब नौ बजे हुई है, जिसमें लोगों ने एक पिता को ही बच्चा चोर समझकर उसको पुलिस के हवाले भी कर दिया।
रेलवे थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि विशाखापट्टनम से होकर पुरी जाने वाली हीराकुंड एक्सप्रेस ट्रेन में सवार एक यात्री के साथ बच्चा भी था। बच्चा रो रहा था और वह उसे चुप नहीं करवा पा रहा था। ऐसे में ट्रेन में सफर कर रहे अन्य यात्रियों ने उसे चोरी का बच्चा समझा और ट्रेन जैसे ही दमोह पहुंची तो उसके यात्री को पकड़ लिया। मारपीट के बाद उसे आरपीएफ पुलिस के हवाले कर दिया। बाद में पूछताछ करने पर पता लगा कि वह बच्चा चोर नहीं बल्कि बच्चे का पिता है।
पुलिंग करके रोके रखी ट्रेन
ट्रेन रात करीब एक बजे दमोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची थी। तब किसी यात्री ने लोगों को सूचना दी कि ट्रेन में बच्चा चोर सवार है, जिसे यात्रियों ने पकड़ रखा है। यात्रियों के बताए अनुसार व्यक्ति को आरपीएफ थाना लाया गया। इस बीच अन्य यात्रियों ने ट्रेन को चैन पुलिंग करके रोक रखा था। बाद में करीब 15 मिनट की देरी से ट्रेन रवाना हो सकी।
इसलिए बढ़ा यात्रियों का शक
बच्चा स्कूल की ड्रेस पर था। उनके पास कोई सामान भी नहीं था और बच्चा रो रहा था मुझे मम्मी के पास जाना है...कह रहा था। साथ वाले से पूछने पर वह सही जानकारी नहीं दे रहा था। इसलिए उसे यात्रियों ने बच्चा चोर समझा था। क्योंकि वह अपना नाम वगैरह भी नहीं बता रहा था।
पालिका कर्मचारी का भाई था वो
मामले की जांच के बाद आरपीएफ थाना पहुंचे नगर पालिका के कर्मचारी सुनील ठाकुर निवासी बिलवारी मोहल्ला ने बताया कि जिसे आरोपी समझा जा रहा है वह उनके मझले भाई नरेंद्र सिंह हैं। जो किसी काम से सुबह स्कूल गए और छह साल के अपने बच्चे को स्कूल से ही यूनीफार्म में लेकर खुरई चले गए थे।