छापा मारने गई टीम को नहीं मिला कुछ, हैंडपंप चलाया तो पानी की जगह निकली शराब
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित जलालपुर गांव में एक अनोखा मामला सामने आया है। गांव में जिला आबकारी विभाग और पुलिस की टीम उस समय आश्चर्यचकित रह गई जब पानी पीने के लिए हैंडपंप से पानी की जगह शराब निकली। प्रशासन द्वारा यह दबिश गांव के स्कूल के पीछे कंजरों के डेरों पर दी गई। पुलिस को सूचना थी कि यहां कच्ची शराब को खरीदा और बेचा जाता है। पुलिस ने इसी वजह से कंजरों की बस्ती में दबिश दी। वहां मौजूद लोगों की आंखे तो तब फटी रह गई जब पानी के नल से पानी के बजाय शराब निकलने लगा।
आपको बताते हैं पूरी मामला, सहायक आबकारी आयुक्त संदीप शर्मा को जलालपुर गांव में अवैध शराब के कारोबार की सूचना मिली। गांव के स्कूल के पीछे कच्ची शराब का धंधा किया जाता है। सूचना पर श्री शर्मा ने एक टीम का गठन किया और गांव में छापा मारने भेज दिया। जब शराब की खोजबीन शुरू की गई तो प्रशासन को वहां कुछ भी नहीं मिला। काफी मशक्कत के बाद भी जब पुलिस वालों को कुछ नहीं मिला तो वे हैरान परेशान होकर वहीं बैठ गए।
मामला खुलकर सामने तब आया जब पुलिस वालों के प्यास लगी। प्यास लगने के कारण एक पुलिस वाला हैंडपंप के पास पानी लेने पहुंचा लेकिन जैसे ही उसने हैंडपंप को चलाया वह भौचक्का रह गया। क्योंकि हैंडपम्प से पानी नहीं बल्कि शराब बाहर निकली। मामले को समझने के बाद पुलिस वालों ने जमीन खोदकर देखा तो ड्रमों में कच्ची शराब भरी हुई थी। करीब 200 लीटर से ज्यादा कच्ची शराब के साथ ही भारी मात्रा में लाहन भी टीम को मिली।
लाहन निकालने के बाद टीम ने उसे वहीं फैलाकर नष्ट कर दिया जबकि हैंडपंप चलाकर निकाली गई शराब को जब्त कर लिया गया। उधर टीम को देख पुरुष तो मौके से फरार हो गए जबकि चार महिलाओं को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। कंजरों के डेरों से बरामद शराब की कीमत 25 हजार और लहान की कीमत करीब एक लाख रुपये आंकी गई है।
सहायक आबकारी आयुक्त संदीप शर्मा का कहना है कि जलालपुर गांव में कंजरों के डेरों पर टीम ने दबिश दी। कंजरों ने जमीन के अंदर गहरे गड्ढे खोदकर ड्रमों में कच्ची शराब भर रखी थी। ऊपर से हैंडपंप लगा रखे थे। इन्हीं हैंडपंप के जरिये बेचने के लिए शराब निकाली जाती थी। टीम ने अवैध शराब तथा इससे संबंधित अन्य सभी चीजों को जब्त कर लिया है।