MP: वह भगवान के नाम पर भीख मांगता था, उन्होंने फ्री में करा दिया हिप रिप्लेसमेंट
सागर, 28 सितंबर। बेघर और बुजुर्ग ओमप्रकाश के परिजन तो हैं, लेकिन उसे छोड़ दिया है। वह सड़कों, मंदिरों, मजारों पर भिक्षावृति कर पेट भरता है। वह रोज भगवान और अल्ला के नाम पर भीख मांगता था, लोगों को दुआएं देता रहा है। लापरवाह वाहन चालक ने उसे टक्कर मारकर घायल किया और राहगीरों ने अस्पताल पहुंचाया तो पता चला कि उसका कुल्हा टूट चुका है। डॉक्टरों ने इलाज शुरु किया लेकिन बगैर ऑपरेशन के ठीक नहीं हो सकता था। कोई परिजन नहीं आया, ओमप्रकाश के पास एक पैसा नहीं था। अंत में डॉक्टरों की मानवता जागी और सभी ने मिलकर उसका मुफ्त में हिप रिप्लेसमेंट का ऑपरेशन करा दिया। इस दौरान प्लेट और इंम्प्लांट की व्यवस्था भी अस्पताल से ही कराई गई है।
सिविल सर्जन डॉ. ज्योति चौहान ने बताया कि करीब 70 साल के ओमप्रकाश को बीते 16 अगस्त को घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे किसी वाहन ने टक्कर मार दी थी। वह पीली कोठी इलाके में ही भिक्षावृत्ति करता था। उसका कूल्हा टूट गया था। जिसमें हिप रिप्लेसमेंट का ऑपरेशन होना आवश्यक था। इसके बगैर वह खड़े होने की स्थिति में भी नहीं था। बुजुर्ग अवस्था उस पर हिप रिप्लेसमेंट करना जरुरी था, लेकिन रिस्की भी था। वह ऑपरेशन के बाद अपने पैरों पर खड़ा हो पाएगा या नहीं, इसकी भी कोई गारंटी नहीं थी। हमने उसके परिजन का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। हम उसे इस हालत में नहीं छोड़ सकते थे, इस कारण सरकारी सुविधाओं व व्यवस्थाओं में ही उसका ऑपरेशन करने का फैसला हमारी टीम ने लिया था।
Sagar: महापौर पर आरोप, चुनावी खुन्नस निकालने चलाया बुलडोजर, अतिक्रमण बता कर खुद का पार्क तोड़ा
ऑपरेशन
सफल
रहा
और
ओमप्रकार
अब
एकदम
ठीक
है
डॉ.
चौहान
के
मुताबिक
ऑपरेशन
सफल
रहा
और
ओमप्रकार
अब
एकदम
ठीक
है।
वह
अपने
पैरों
पर
खड़े
होकर
चलने
भी
लगा
है।
अस्पताल
में
ऑर्थोपेडिक
डॉक्टर
अभिषेक
ठाकुर,
डॉ.
अनिल
प्रजापति,
ओटी
इंचार्ज
लिली
कुट्टी
व
अन्य
स्टाफ
ने
उसके
ऑपरेशन
से
लेकर
डिस्चार्ज
होने
तक
उसकी
देखभाल
की
है।
ओमप्रकाश
को
बीते
रोज
अस्पताल
से
डिस्चार्ज
किया
तो
वह
सभी
को
दुआएं
देते
और
आंखों
में
खुशी
के
आंसू
छलकाते
हुए
वापस
गया
है।