कमलनाथ के विवादित बयान पर इमरती देवी का पलटवार, पूछा- 'क्या दलित और गरीब होना है मेरा गुनाह'?
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होने हैं। एक ओर शिवराज सिंह चौहान अपनी सत्ता बचाने में जुटे हैं, तो वहीं दूसरी ओर कमलनाथ छह महीने पहले हाथ से गई सत्ता को वापस पाने के लिए जी-जान से लगे हैं। इस बीच डबरा विधानसभा में आयोजित एक सभा में कमलनाथ ने शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी पर अभद्र टिप्पणी कर दी, जिस पर राजनीति जारी है। अब इस मामले में इमरती देवी का बयान सामने आया है।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए इमरती देवी ने कहा कि क्या मेरी कसूर है कि मैं एक दलित के घर पैदा हुई, क्या ये कसूर है कि मैं गरीब हूं... मेरा क्या कसूर कि मैं एक एससी हूं...। उन्होंने कहा कि अगर गरीब पैदा होना इतना ही कसूरवार होता तो जो कमलनाथ ने बात कही है उसके हिसाब से हिंदुस्तान और मध्य प्रदेश की कोई भी महिला घर से बाहर ही ना निकलती। उन्होंने आगे कहा कि सोनिया जी भी एक महिला हैं, ऐसे में वो कमलनाथ पर कार्रवाई करें और उन्हें पार्टी से बाहर निकालें।
क्या
था
कमलनाथ
का
बयान?
दरअसल
पूर्व
मुख्यमंत्री
कमलनाथ
कांग्रेस
प्रत्याशी
के
प्रचार
के
लिए
डबरा
विधानसभा
पहुंचे
थे।
इस
दौरान
कमलनाथ
ने
मंच
पर
संबोधन
के
दौरान
कहा
कि
"सुरेश
राजे
जी
हमारे
उम्मीदवार
हैं,
ये
तो
काम
करेंगे
ही,
ये
उनके
जैसे
नहीं
हैं।
क्या
नाम
हैं
उनका
?"
मंच
के
नीचे
भीड़
जोर
से
इमरती
देवी
का
नाम
लेती
है..
इसके
बाद
कमलनाथ
हंसते
हुए
कहते
हैं
कि
मैं
क्या
उसका
नाम
लूं।
आप
तो
मुझसे
ज्यादा
जानते
हैं।
आपको
मुझे
पहले
ही
बताना
चाहिए
था..
ये
क्या
आइटम
है?..
ये
क्या
आइटम
है
?"
सीएम
शिवराज
करेंगे
मौन
प्रदर्शन
चुनावी
माहौल
में
कमलनाथ
की
इस
विवादित
टिप्पणी
पर
बीजेपी
तुरंत
सक्रिय
हो
गई।
साथ
ही
इसकी
शिकायत
चुनाव
आयोग
से
कर
डाली।
वहीं
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
ने
कहा
कि
बीजेपी
की
महिला
नेता
को
आइटम
कहने
के
विरोध
में
पूर्व
मुख्यमंत्री
कमलनाथ
के
खिलाफ
मैं
सोमवार
सुबह
10
बजे
से
12
बजे
तक
मौन
प्रदर्शन
करूंगा।
कमलनाथ
को
अपने
बयान
पर
शर्म
आनी
चाहिए।