हनी ट्रैप मध्य प्रदेश : पूर्व Cm-2 जिला कलेक्टर भी हुस्न के जाल में फंसे, पूर्व MP ने दुखी होकर देनी चाही थी जान
भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत और नौकरीशाही में भूचाल ला देने वाले हनी ट्रैप कांड में नित नए खुलासे हो रहे हैं। गिरोह के जाल में ऐसे-ऐसे सफेदपोश लोग भी फंसे हैं, जिन्हें तंग आकर जान देने की कोशिश तक करनी पड़ी है। बुधवार को भोपाल से तीन और गुरुवार को इंदौर दो महिलाओं की गिरफ़्तारी के बाद इस हनी ट्रैप कांड का भंडाफोड़ हुआ है। पांचों आरोपी महिलाओं ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज खोले हैं। वहीं, इनके घरों की तलाशी में भी ये अथाह सम्पति की मालकिन निकली हैं।
मीडिया रिपोर्टर्स में तो यहां तक का दावा किया जा रहा है कि हनी ट्रैप गिरोह के जाल में पूर्व सीएम, सांसद और दो कलेक्टर तक फंसे चुके थे। पूर्व सीएम ने तो बंगला देकर पीछा छुड़वाया। वहीं पूर्व सांसद ने परेशान होकर खुदकुशी का प्रयास तक कर डाला था। जिला कलेक्टरों को जाल में फंसाने के बाद गिरोह आरती दयाल और श्वेता ने रातों-रात बेशुमार दौलत कमा ली थी। इनके घरों पर मर्सिडीज और ऑडी जैसी महंगी कारें भी मिली हैं।
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भोपाल-इंदौर के बताए जा रहे पूर्व कलेक्टर
मीडिया रिपोर्टर्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि दोनों आईएएस अफसर भोपाल और इंदौर के कलेक्टर रहे हैं। हालांकि फिलहाल उनका नाम तो नाम उजागर किया गया है और ना ही उनके कार्यकाल के बारे में खुलासा हुआ है। हनी ट्रैप केस में जांच एंजेसियां बहुत सावधानी से मुंह खोल रही हैं।
पूर्व सीएम का बना लिया था वीडियो
मीडिया रिपोर्ट में दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के एक पूर्व सीएम भी फंस गए थे। हुस्न की नुमाइंदगी पेश करते हुए हनीट्रैप से जुड़ी ये महिलाएं पूर्व सीएम का वीडियो बना लिया था। बाद में उस वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल करने लगी थी। बाद में सेटलमेंट के लिए पूर्व सीएम ने आरोपी महिला को मिनल रेसीडेंसी में एक फ्लैट दिलवाया। उसके बाद इस गिरोह ने पूर्व सीएम का पीछा छोड़ा।