मध्य प्रदेश और केरल के बीच हुआ पर्यटन को लेकर करार, टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए लिया फैसला
नई दिल्ली। केरल और मध्य प्रदेश की सरकारों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। केरल और मध्य प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग के बीच इसको लेकर करार हुआ। केरल के दौरे पर गईं मध्य प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर और केरल के पर्यटन मंत्री कडाकमपल्ली सुरेंद्रन ने करार पर हस्ताक्षर किए। करार से दोनों ही प्रदेशों में पारस्परिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
मध्य प्रदेश की सरकार करार के तहत राज्य में जिम्मेदार पर्यटन, रिस्पॉन्सिबिल टूरिज्म मिशन पर काम करेगी। मध्य प्रदेश केरल के साथ रिस्पॉन्सिबिल टूरिज्म मिशन के लिए करार करने वाला दूसरा राज्य है। बीते हफ्ते 13 जनवरी को दोनों मंत्रियों के बीच ये करार हुआ है।
मध्य प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने करार को लेकर कहा कि इससे एमपी के स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा तो वहीं केरल के लोगों को हमारे प्रदेश के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। ठाकुर ने कहा कि मध्य प्रदेश में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। हम केरल के साथ मिलकर पर्यटन के सभी क्षेत्रों के विकास के लिए काम करेंगे। उन्होंने ये भी बताया कि केरल के पर्यटन मंत्री को केरल आने का न्योता भी उन्होंने दिया है।
वहीं केरल के पर्यटन मंत्री कडाकमपल्ली सुरेंद्रन ने कहा कि हमारी सरकार पर्यटन के क्षेत्र में सामाजिक और पर्यावरणीय संरक्षण के लिए काम कर रही है। ग्रामीण पर्यटन पर हमारा खास जोर है। इसमें ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर पर पर्यटन को लेकर योजनाएं बनती हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ने हमारे साथ करार किया है, इसको लेकर हम खुश हैं। मध्य प्रदेश के पर्यटन में विकास के लिए सभी संभव मदद हम करेंगे।