MP: 21 की उम्र में लक्षिका ने जीता सरपंच का चुनाव, बनी प्रदेश की सबसे युवा मुखिया
उज्जैन, 27 जून। मध्य प्रदेश के उज्जैन की 21 वर्षीय लक्षिका डागर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जीतकर प्रदेश में सबसे कम कम उम्र की सरपंच बनी हैं। लक्षिका जिले की चिंतामन-जवासिया ग्राम पंचायत की सरपंच बनी हैं। जन्मदिन से एक दिन पहले सबसे कम उम्र की सरपंच बनने पर उन्होंने ग्रामवासियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। वहीं, लक्षिका के जीतते ही गांव में जश्र का माहौल बन गया। गांववालों ने युवा महिला सरपंच का स्वागत ढोल और नगाड़ों के साथ किया।

लक्षिका से जब इस बड़ी उपलब्धि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा "यह मेरे लिए एक खुशी का क्षण है, मैं भाग्यशाली हूं कि प्रदेश में सबसे कम उम्र की सरपंच बनी हूं। मैं चाहती हूं कि गांव अच्छी तरह से विकसित हो। मुझे उम्मीद है कि मैं सभी की समस्याओं का समाधान करूंगी और सबके साथ मिलकर काम करूंगी"
रेडियो जॉकी भी रह चुकी हैं लक्षिका
लक्षिका ने जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन विषय से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया है। कुछ समय के लिए उन्होंने मॉडलिंग भी किया था। इसके बाद उज्जैन में ही रेडियो जॉकी का काम किया।
487 वोटों विपक्षी उम्मीदवार को हराया
लक्षिका ने 487 वोटों से जीत दर्ज किया है। ग्राम पंचायत चिंतामन जवासिया में सरपंच पद के लिए गांव की आठ महिला उम्मीदवारों ने उनके खिलाफ ताल ठोका था। लेकिन ग्रामवासियों ने लक्षिका पर भरोसा जताया और सबसे कम उम्र की सरपंज बना दिया।
घोषणा पत्र में ग्रामीण मुद्दों को उठाया
लक्षिका ने घोषणा-पत्र में गांव में पेयजल, नाली, स्ट्रीट लाईट की समस्या को हल करने का वायदा किया है। साथ ही उन्होंने वेघर लोगों को घर दिलाने का भी वायदा किया है। लक्षिका के सरपंच बनने से गांव वाले काफी खुश हैं। ग्रामवासियों का मानना है कि गांव को लंबे समय बाद युवा और उच्च शिक्षित महिला सरपंच मिली है। इससे गांव का सर्वाग्रीण विकास होगा.