झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल ने भाजपा के भानू को 27942 हजार वोटों से हराया
झाबुआ। झाबुआ में पहली बार हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के कांतिलाल ने भाजपा के भानू को करीब 27942 हजार मतों से हरा दिया। इस बड़ी जीत ने जहां कांग्रेसियों को दीवाली से पहले जश्न मनाने का मौका दिया। वहीं, विधानसभा में कांग्रेस को और मजबूती प्रदान की। कांतिलाल के 11वें विधायक बनते ही 230 विधायकों वाली मप्र विधानसभा में अब कांग्रेस के 115 विधायक हो गए हैं। कांग्रेस काे 95989 मत मिले, जबकि भानू काे 68047 लाेगाें ने वाेट किया।
झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के लिए गुरुवार सुबह 8 बजे से पॉलीटेक्निक कॉलेज में वोटों की गिनती शुरू हुई। सबसे पहले डाकमत पत्रों की छंटनी की गई। इसके बाद ईवीएम खुलीं। पहले रुझान ने तो भाजपा के भानू भूरिया को मुस्कुराने का मौका दिया, लेकिन जैसे ही ईवीएम खुलती गईं, कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया मुस्कुराने लगे। 10 राउंड के बाद तो कांतिलाल की मुस्कुराहट ठहाकों में बदल गई। 20वें राउंड में कांतिलाल 20 हजार से ज्यादा मतों से आगे निकल गए। अंतिम राउंड तक ये लीड 95741 पर जा पहुंची। मतगणना के बाद प्रशासन ने कांतिलाल को 16वें विधायक होने का प्रमाण पत्र साैंपा।
झाबुआ में पहली बार उप चुनाव
झाबुआ विधानसभा सीट का चुनावी इतिहास बेहद रोचक है। यहां पर पहली बार उप चुनाव हो रहा है। बीते 15 विधानसभा चुनावों में यहां से 10 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के बापूसिंह डामोर झाबुआ से छह बार विधायक रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में झाबुआ सीट पर कांतिलाल भूरिया के बेटे डॉ. विक्रांत भूरिया कांग्रेस से और गुमानसिंह डामोर भाजपा से खड़े हुए थे। डामोर चुनाव जीत गए थे। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने डामोर को रतलाम सीट से बनाया। यह चुनाव भी वो कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया से जीत गए। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
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