क्या मध्य प्रदेश में छिपाया जा रहा है कोरोना से मौत का आंकड़ा ? हैरान कर देगी ये रिपोर्ट
भोपाल, अप्रैल 14: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह जारी 24 घंटों के डेटा के मुताबिक मध्य प्रदेश में कोरोना के कुल 8,998 नए संक्रमित सामने आए हैं और 40 लोगों की मौत हो गई है। लेकिन, जानकारी के मुताबिक सरकारी आंकड़े और श्मशान और कब्रिस्तानों में पहुंच रहे शव कुछ अलग ही असलियत बयां कर रहे हैं। क्योंकि, सरकार की ओर से दिए जा रहे आंकड़े और राज्यभर में अंतिम संस्कारों के लिए पहुंच रहे कोविड-19 से मृत मरीजों के शवों की संख्या में बहुत ज्यादा अंतर नजर आ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कई दिनों से राज्य सरकार पूरे प्रदेश में कोविड से मौतों का जो आंकड़ा दे रही है, असल में उससे कहीं ज्यादा अकेले रोजाना सिर्फ राजधानी भोपाल में ही शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया जा रहा है।
श्मशानों-कब्रिस्तानों में कम पड़ी जगह
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में कोविड-19 से होने वाली मौतों में सरकारी आंकड़े और जमीनी सच्चाई में बहुत ज्यादा अंतर नजर आ रहा है। लोगों का कहना है कि 1984 के भोपाल गैस त्रासदी के बाद से उन्होंने श्मशान स्थलों पर ऐसी तस्वीर नहीं देखी थी। 54 साल के बीएन पांडे ऐसे ही एक श्मशान स्थल पर अपने भाई के अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा, 'गैस त्रासदी के दौरान जब मैं 9वीं में पढ़ता था, हमने ऐसी ही तस्वीर देखी थी। और आज, सिर्फ चार घंटों में, मैंने यहां 30-40 शव देखे हैं।' श्मशान भूमि के पास शवों को लेकर पहुंचे एंबुलेंस की कतारें लगी हुई हैं, जिन्हें अंतिम संस्कार के लिए अपनी बारे का इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि चिता के लिए जगह नहीं रह गई है। हालात ऐसे बताए जा रहे हैं कि लोगों को अपनों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए चार-चार घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। कई लोग तो जगह की कमी के चलते ये प्रक्रिया पूरी भी नहीं कर पा रहे हैं।
मध्य प्रदेश में छिपाया जा रहा है कोरोना से मौत का आंकड़ा ?
सोमवार की बात है। अकेले भोपाल के भदभदा श्मशान में ही कोविड से मरने वाले 37 शव पहुंचे थे। जबकि, राज्य सरकार की हेल्थ बुलेटिन में पूरे राज्य में कोविड से मरने वालों की तादाद 37 बताई गई थी। यानी सरकारी आंकड़े और जमीनी हकीकत में अंतर स्पष्ट है । इस रिपोर्ट के मुताबिक यह एक दिन की बात नहीं है। पिछले कई दिनों में कोविड प्रोटोकॉल से हुए शवों के अंतिम संस्कार और आधिकारिक सरकारी आंकड़ों में भारी अंतर देखा गया है। मसलन, 8 अप्रैल को सिर्फ भोपाल में 41 शवों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया, जबकि उस दिन पूरे राज्य में सिर्फ 27 लोगों की कोरोना से मौत दिखाई गई थी। 9 अप्रैल को भोपाल में 35 शवों का अंतिम संस्कार हुआ, लेकिन सरकारी आंकड़े में पूरे राज्य में 23 का आंकड़ा बताया गया। 10 अप्रैल को भोपाल में 56 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ और सरकारी आंकड़ों में पूरे राज्य की गिनती 24 लोगों की बताई गई। 11 अप्रैल को 68 (भोपाल) और 24 (राज्य) और 12 अप्रैल को 59 (भोपाल) और 37 (राज्य) शवों का अंतर पाया गया।
राज्य सरकार ने किया आरोपों से इनकार
हालांकि, राज्य सरकार ने कोरोना से होने वाली मौतों को कम करके बताने की बात से इनकार किया है। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है, 'मौत के आंकड़े छिपाने का सरकार का कोई इरादा नहीं है, ऐसा करके हमें कोई अवॉर्ड नहीं मिलने जा रहा है।' वैसे पिछले 24 घंटे में 40 मौतों के साथ ही राज्य में कोविड से अबतक मरने वालों की संख्या 4,261 हो चुकी है। इस समय राज्य में कुल ऐक्टिव केस बढ़कर 43,539 हो चुके हैं।
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