इंदौर में लगे पोस्टर, 'कमल का फूल, हमारी भूल', जानिए व्यापारियों की नाराजगी की वजह
इंदौर। देश में जीएसटी लागू होने के बाद गुजरात के सूरत में भाजपा के खिलाफ एक अभियान चला था, जिसका स्लोगन था 'कमल का फूल, हमारी भूल'। अब सूरत की तर्ज पर मध्य प्रदेश के इंदौर में भी यह अभियान शुरू हुआ है। यहां भी व्यापारी ने अपनी दुकानों के बाहर 'कमल का फूल, हमारी भूल' का स्लोगन लिखे पोस्टर लगवा रहे हैं।
दरअसल, इंदौर में भाजपा से व्यापारियों की नाराजगी की जो वजह बताई जा रही है, वो यह है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सड़क 60 फीट चौड़ी होनी है। इसकी वजह से कई छोटे दुकान और मकान टूट जाएंगे। इसके विरोध में पिछले तीन दिन से बाजार बंद कर व्यापारी विरोध कर रहे थे। मंगलवार को व्यापारियों ने दुकानें खोलीं, लेकिन उसके बाहर एक बैनर लटका दिया कि 'कमल का फूल, हमारी भूल'।
खड़ा हो जाएगा रोजी रोटी का संकट
व्यापारियों की शिकायत है कि सड़क की चौड़ीकरण से पंद्रह हजार लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। इसे लेकर व्यापारी और रहवासियों निगमायुक्त आशीष सिंह से मुलाकात की थी। उसके बाद निगम के लोग आए और बिना चर्चा किए हुए लौट गए। बीजेपी से नाराजगी इस वजह से है कि महापौर और विधायक को हमलोगों ने चुना। दोनों बीजेपी से हैं लेकिन हमारे मामले से उनलोगों ने दूरी बना ली है।
अगले साल होना है महापौर का चुनाव
अगर व्यापारियों का बीजेपी से नाराजगी जारी रहा तो भारी नुकसान हो सकता है। इंदौर का शहरी इलाका बीजेपी का गढ़ है। और 2020 में महापौर का चुनाव होना है। ऐसे में अगर मकान तोड़े जाते हैं तो बीजेपी के प्रति लोगों में नाराजगी बढ़ेगी। क्योंकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भी बीजेपी सरकार की ही योजना है। लेकिन व्यापारियों के विरोध सामने आने के बाद बीजेपी नेताओं की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। साथ ही सभी नेताओं ने इसे लेकर चुप्पी साध ली है।