100 लोगों पर एससी-एसटी एक्ट लगवाने वाले पार्षद ने मारी पलटी कहा, अपनी ही जनता के खिलाफ क्यूं ऐसा करूंगा
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में करीब दस दिन पहले कांग्रेस पार्षद द्वारा 100 लोगों के खिलाफ दर्ज कराए गए एससी-एसटी एक्ट मामले में नया मोड़ आ गया है। रातों-रात 100 लोगों को आरोपी बनाने वाला पार्षद अब खुद को बेकसूर बताकर पूरा आरोप पुलिस पर लगा रहा है। पार्षद का कहना है कि ना तो किसी ने उससे जाति सूचक शब्द कहे और ना ही जातिगत भेदभाव कर अपमानित किया। पुलिस ने उसे षड्यंत्र पूर्वक फंसाया है। हालांकि एसपी नवनीत भसीन के सामने बैठे पार्षद ने थाना पुलिस पर तो आरोप लगा दिए लेकिन जब एसपी ने यही बात लिखित में मांगी तो पार्षद महोदय यह कहते हुए मुकर गए कि लिखित में देने की क्या आवश्यकता है। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। रिकार्डिंग चेक कर लीजिये, हकीकत सामने आ जाएगी।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा रमेश अग्रवाल के साथ एसपी नवनीत भसीन के पास पहुंचे पार्षद चतुर्भुज धनोलिया ने कहा कि करीब दस दिन पहले उसके यहां कुछ लोग आए थे। बातों बातों में जब इन लोगों से कहासुनी हो गई तो उसने पुलिस को मामले से अवगत कराया। लेकिन उसने जातिगत अपमानित करने जैसा कोई आरोप नहीं लगाया। यह सब पुलिस का षडयंत्र है जिसमें मुझे फंसाया गया है। पार्षद के अनुसार वो समस्या लेकर आने वाली अपने ही क्षेत्र की जनता के खिलाफ ऐसा मुकदमा दर्ज क्यों करवाएंगे। हालांकि एसपी श्री भसीन द्वारा पार्षद से यही बात लिखित में मांगी तो उसने मना कर दिया और कहा कि वे स्वयं जांच करा लें और सीसीटीवी फुटेज देख लें, हकीकत सामने आ जाएगी।
बता दें कि अभी दस दिन पहले वार्ड 21 के पार्षद चतुर्भुज धनोलिया ने 100 लोगों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था। वहीं इसी मामले में एक महिला ने पार्षद धनोलिया के खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था। सवर्ण समाज ने भी मामले की भनक लगते ही जमकर नारेबाजी करते हुए थाने का घेराव कर दिया था।