मध्य प्रदेश: अंग्रेजों और डकैतों के हथियारों पर कोर्ट ने चलवाई बुलडोजर, कई घटनाओं में हुआ है इनका इस्तेमाल
सागर। मध्य प्रदेश के सागर स्थित पुलिस लाइन में बुधवार को 3000 से ज्यादा बंदूक पिस्तौल को बुलडोजर से चकनाचूर कर 11 फीट गहरे गड्ढे में दफन कर दिया गया। आपराधिक प्रकरण में पुलिस द्वारा जप्त अधिकतर हथियार कोर्ट से निर्णय होने के बावजूद तीन से चार दशकों से माल खानों में सड़ रहे थे। इनमें अंग्रेजों के समय की नक्काशी दार पीतल की लंबी नाल वाली और डकैती में उपयोग की गई बंदूकों की भरमार थी। इन हथियारों को ट्रैक्टर ट्राली में भरकर नष्टीकरण की कार्रवाई के लिए कोर्ट के आदेश पर पुलिस लाइन लाया गया। जहां पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में उन्हें नष्ट कर दिया गया।
कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार सुबह ही पुलिस लाइन में रक्षित निरीक्षक ऑफिस के नजदीक 11 फीट गड्ढा खोदकर कास्टिक सोडा,कोयला, नमक की बोरियां तैयार रखी गई थी। नायब तहसीलदार अजेंद्र नाथ प्रजापति व आरआई मौके पर पहुंचे ट्रैक्टर ट्राली से 3000 बंदूक पिस्तौल कट्टे लेकर राजस्व अमला भी वहां पर उपस्थित था। पुलिस लाइन के आरआई रणजीत सिंह सिकरवार ने सामने से पहले से तैयार रखे हथियारों को बिखरा दिया गया, फिर उसके ऊपर बुलडोजर चलवा कर उन्हें खत्म करवा दिया। बंदूक पिस्तौल और कट्टों के टुकड़ों को जेसीबी मशीन की मदद से हाथोंहाथ गड्ढे में दफन कर दिया गया।
यह हथियार जल्दी नष्ट हो सके, इसके लिए कास्टिक सोडा, कोयला, नमक आदि का केमिकल बनाकर गड्ढे में डाला गया। माल खाने में पड़े यह हथियार 40 साल से भी अधिक पुराने थे। जिनका नष्टीकरण नहीं हो पा रहा था, इसके पहले जिले में 40 साल पहले नष्टीकरण की कार्रवाई की गई थी। पुलिस लाइन में बुलडोजर के नीचे आकर टुकड़ों में बदले हथियारों में कुछ डकैतों के भी थे, तो कुछ अंग्रेजों के जमाने के समय के थे। कुछ तो ऐसे थे, जिन्हें अवसर विशेष पर जमा कराया और फिर वापस ही नहीं लिया गया था।