गोधरा कांड के 7 दोषियों को नर्मदा कुंभ में समाज सेवा के काम पर लगाया जाएगा
भोपाल. गुजरात के वर्ष 2002 के गोधराकांड मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए 7 लोगों को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर नर्मदा कुंभ में समाज सेवा के काम पर लगाया जाएगा। नर्मदा कुंभ जबलपुर में 24 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। नर्मदा कुंभ जबलपुर के बाहरी इलाके ग्वारीघाट में नर्मदा तट पर हर 5 साल में आयोजित किया जाता है। दंगे के दोषियों के मामले में अदालत ने 28 जनवरी 2020 को निर्देश दिए थे कि, कुछ लोगों को जमानत मिलेगी तो उन्हें समाजसेवा में लगाया जाएगा। जिसे तहत ही दोषियों के दो समूह मध्यप्रदेश में समाज सेवा के लिए तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से सात लोगों का एक समूह जबलपुर तथा छह लोगों का दूसरा समूह इन्दौर में रहेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोधरा मामले में जेल से बाहर आए सभी लोगों को ध्यान, अध्यात्मिक कार्यक्रम, सामाजिक या सामुदायिक सेवाओं में लगाया जाएगा। इसी के तहत सात दोषी नर्मदा कुंभ में सेवा करेंगे। इन सातों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी।सुप्रीम कोर्ट ने इन्हीं 7 लोगों समेत कुल 15 लोगों जमानत दी थी। इन सभी को गुजरात के बाहर रहकर समाज सेवा करने का आदेश दिया गया था। इन दोषियों को दो समूहों में मध्य प्रदेश भेजा गया। इसमें से सात दोषियों को जबलपुर भेजा गया और 6 दोषियों को इंदौर भेजा गया। ये सभी सामाजिक कार्य करेंगे।
बुधवार को मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (एमपीएसएलए) की सदस्य सचिव गिरिबाला सिंह ने बताया कि 7 लोगों के समूह को जबलपुर में नर्मदा कुंभ में स्वयं सेवकों के तौर पर लगाया जायेगा। नर्मदा कुंभ के अलावा इन लोगों को स्वच्छ भारत मिशन, वृद्ध आश्रम तथा अस्पताल में मरीजों के सेवा कार्य करने को दिए जाएंगे।
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