असली छात्रों के नाम पर फर्जी छात्र दे रहे थे रेलवे परीक्षा, इस तरह धरे गए
सागर। कई बार रुपए देकर असली छात्रों के स्थान पर फर्जी छात्र परीक्षा देने लिए आते हैं। ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के सागर जिले में रविशंकर वार्ड के शीतल स्किल डेवलपमेंट एजुकेशनल संस्था में देखने को मिला जहां रेलवे की परीक्षा देने आए दो मुन्ना भाई पकड़े गए। आरोपी रेलवे की लोको पायलट एवं टेक्नीशियन पद की ऑनलाइन एग्जामिनेशन में परीक्षा देने आए थे। यहां पर विकाश कुमार के स्थान पर नीरज कुमार राय फर्जी दस्तावेज बनाके परीक्षा दे रहा था। ये दोनों दोनों जमालपुर जिला मुंगेर (बिहार) के निवासी बताये जा रहे हैं।
परीक्षा सेंटर के स्टाप ने इन मुन्ना भाइयों को पकड़कर मोतीनगर पुलिस के हवाले कर दिया है जहां पर पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। 9 अगस्त से आयोजित इस ऑनलाइन परीक्षा के लिए सगर में 4 सेंटर बनाये गए हैं। यह परीक्षा पूरे देश मे आयोजित की जा रही है। परीक्षा को सम्पन्न कराने पश्चिम रेलमंडल जबलपुर से अधिकारी आये हुए है। फिलहाल ओलिस ने वल्वे के अधिकारियों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रेल्वे द्वारा सहायक लोको पायलट के पदों पर भर्ती प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का सेंटर प्राइवेट आईटीआई शीतल स्किल डेवलपमेंट को बनाया गया है जिसमे दो शिफ्टों में परीक्षा आयोजित की जानी थी 10 बजे से 11 बजे और 2 बजे से तीन बजे तक ।पहली शिफ्ट 10 से 11बजे में 300 आवेदक परीक्षा में बैठे थे इसी दौरान आवेदकों की परीक्षा में ड्यूटी में तैनात आर पी एफ की आरक्षक कुमारी अल्का को एक परीक्षार्थी नीरज राम पर शक हुआ। जब नीरज राम के दस्तावेज चैक किये गए तो वह फर्जी निकले। नीरज राम अपने पड़ोसी विकास प्रसाद को पास करवाने उसके बदले में परीक्षा दे रहा था ।