सब्जी वाले ठेले में बेटे की लाश रखकर ले गए परिजन, ना पुलिस आई और ना ही एंबुलेंस
टीकमगढ़। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां 12वीं के छात्र के ऊपर दीवार गिर गई। दीवार गिरने से छात्र उसके नीचे दब गया और एक घंटे तक तड़पता रहा। लेकिन किसी ने छात्र की मदद नहीं की। छात्रा ने तड़प-तड़प कर वहीं पर दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने छात्र को बाहर निकालकर और ठेले पर रखकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले गए। शव को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एबुंलेस तक उपलब्ध नहीं हो पाई।
टीकमगढ़ जिले के नगर जतारा में मंगलवार की सुबह कक्षा 12वीं का छात्र अमित जैन कोचिंग पढ़ने जा रहा था। तभी रास्ते में बनी एक दीवार का छज्जा टूटकर उसके ऊपर जा गिरा। इस घटना में अमित गंभीर रूप से घायल हो गया। दीवार गिरने की आवाज सुनकर आसपास के अनेक लोग बाहर निकल आए और अमित को गंभीर अवस्था में देखकर एम्बुलेंस को फोन लगाया। लेकिन फोन लगाने के एक घंटे बाद भी एम्बूलेंस मौके पर नहीं पहुंची।
लगभग एक घंटे तक गंभीर रूप से घायल अमित यहां पर पड़ा रहा और लोग एंबुलेंस आने का इंतजार करते रहे। इस बीच किसी ने डायल 100 को भी फोन किया, पर पुलिस भी वहां नहीं पहुंची। किसी ने यह जहमत नहीं उठाई की अमित को उठा कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया जाए, ताकि इसकी जान बचाई जा सके। लोग एंबुलेंस और डायल 100 का इंतजार करते रहे और इधर तड़पकर अमित ने दम तोड़ दिया।
हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने अमित के शव को बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए हाथ ठेले पर रखकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। विदित हो कि लगभग एक पखवाड़ा पूर्व शव वाहन न मिलने के कारण एक युवक अपनी मां के शव को मोटर साईकिल से बांध कर जिला अस्पताल लाया था। इसके बाद भी न तो प्रशासन की मानवीय संवेदनाए जाग रही है और न ही लोगों की। अमित की मौत ने एक बार फिर से समाज की खोखली हो चुकी बुनियाद को हिला दिया है।