BJP की 'बहू' बनी कांग्रेस की ये तेज-तर्रार नेता
भोपाल। मध्य प्रदेश की एक राजनीतिक शादी इन दिनों चर्चा का बिषय बनी हुई है। दरअसल दो अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के युवा नेता शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। कांग्रेसी नेता अब भाजपा की बहू बन गई है। पिछले साल शहडोल से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली हिमाद्री सिंह भाजपा नेता नरेंद्र सिंह मारवी के साथ जल्द शादी के बंधन में बंध जाएंगी। आपको बता दें कि 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा नेता नरेंद्र सिंह हिमाद्री की मां के खिलाफ भाजपा के टिकट मैदान में उतरे थे, लेकिन लोकसभा चुनावों में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।
नरेंद्र मारवी मध्य प्रदेश अनुसूचित जनजाति आयोग के चेयरमैन है
मजेदार बात यह है कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में हिमाद्री सिंह को युवा आदिवासी नेता के रुप में प्रोजेक्ट कर रही है। हिमाद्री सिंह कांग्रेस के सासंद लजीत सिंह और राजेश नंदनी सिंह की बेटी हैं। उनके पिता का काफी पहले निधन हो गया था।
2009 के चुनावों में हिमाद्री सिंह बीजेपी के उम्मीदवार ज्ञान सिंह के खिलाफ चुनाव जीत ना सकीं लेकिन उन्होंने अच्छी चुनौती दी थी। हिमाद्री ने उनका जीत का अंतर 2.41 लाख से 59000 पर ला दिया था। नरेंद्र मारवी मध्य प्रदेश अनुसूचित जनजाति आयोग के चेयरमैन है। वे 2009 में हिमाद्री की मां राजेश नंदनी सिंह के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़े थे, हालांकि उन्हें 13.415 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।
हिमाद्री ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीजी किया है
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए नरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन उनकी शादी हिमाद्री से होगी। पिछले साल हिमाद्री की मां का निधन हो गया था। जबकि उनके पिता की मृत्यु काफी समय पहले हो चुकी है।
दोनों ने आठ जून को सगाई की थी। 23 नवंबर को उनकी शादी है। हिमाद्री की उम्र 28 साल है उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीजी किया है। वहीं नरेंद्र सिंह 39 साल के हैं और उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की है। नरेंद्र सिंह का कहना है कि मैं एक बीजेपी कार्यकर्ता हूं और अपनी पूरी जिंदगी ऐसे ही बितऊंगा।
यह शादी है अरैंज मैरिज
वहीं हिमाद्री ने कहा कि मेरे माता-पिता कांग्रेस के लिए काम करते थे। मैंने बचपन से कांग्रेस पार्टी को अपने इर्द-गिर्द देखा है। मां की मौत के बाद मेरे परिजनों ने फैसला लिया कि मुझे शादी कर लेनी चाहिए। यह परिवार का फैसला है। यह पूरी तरह से एक अरेंज मैरिज है और हमारी शादीशुदा जिंदगी में कभी भी राजनीति बीच में नहीं आएगी।
दोनों नेता नहीं छोड़ेंगे अपनी पार्टी
इस शादी से मेरी राजनीतिक वफादारी में कोई बदलाव नहीं होगा। मैं कांग्रेस के लिए काम करती रहूंगी जो भी पार्टी हाईकामन मुझे आदेश देगा। वहीं नरेंद्र से पूछा गया कि उनको हिमाद्री के कांग्रेस के लिए काम करने से कोई दिक्कत नहीं है? इसपर नरेंद्र ने कहा कि उनको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और आने वाले वक्त में दोनों में से कोई भी पार्टी नहीं बदलेगा।