व्यापमं कांड: सीएम पर बरसे दिग्विजय, कहा- व्यापमं में शिवराज को क्लीन चिट किसने दे दी?
भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में शिवराज सरकार पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि शिवराज को व्यापमं में क्लीन चिट किसने दी? वो अदालत का एक भी फैसला दिखा दें। हमने परिवाद इसलिए दाखिल किया क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत में जाने का कहा था। उन्होंने सीबीआई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने झूठा हलफनामा दिया था। इसलिए हम उनके खिलाफ कोर्ट गए।
टेंपरिंग
कर
हटाया
गया
सीएम
का
नाम
दिग्विजय
सिंह
ने
कहा
कि
टेंपरिंग
कर
एक्सलशीट
में
मुख्यमंत्री
का
नाम
हटा
कर
उमा
भारती
का
नाम
जोड़
दिया
गया।
इस
पूरे
घोटाले
में
सरकारी
मशीनरी
अपराधियों
का
बचाने
का
काम
कर
रही
है।
एसटीएफ,
एसआईटी,
सीबीआई
जैसी
एजेंसी
अपराधियों
को
पकड़ने
के
बजाए
उनको
बचाने
में
लगी
है।
विपिन
महेश्वरी
और
दिलीप
सोनी
समेत
पुलिस
वालों
ने
टेंपरिंग
को
अंजाम
दिया।
दिल्ली
और
मध्य
प्रदेश
में
जब
कांग्रेस
की
सरकार
आएगी
तब
सच्चाई
सामने
आएगी।
दिग्विजय
सिंह
ने
भोपाल
की
विशेष
अदालत
में
27
हजार
डिजिटल
पन्नों
का
परिवाद
दाखिल
किया
है।
उन्होंने आरोप लगाया थे कि व्यापमं के सिस्टम एनालिस्ट नितिम महेंद्र के कंप्यूटर से जब्त की गई हर्ड डिस्क से तैयार की गई एक्सेल शीट में छेड़छाड़ की गई है। हालांकि उस समय उन्होंने आरोप लगाए कि जहां जहां शिवराज से जुड़े नाम थे वहां वहां उमा भारती का नाम डाल दिया गया। इस घोटाले में उमा भारती का नाम एक बार फिर जुड़ गया है। जिस पर उमा ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है। गौरतलब है कि इस मामले को 22 सितंबर को कबिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, विवेक तन्खा जिला अदालत में परिवाद दायर करने आए थे। इस दौरा कबिल सिब्बल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व्यापमं घोटाले की जड़ हैं।