राहुल के मंदिर दर्शन के जवाब में बीजेपी ने की पुजारियों को साधने की कोशिश
भोपाल। चुनाव से पहले हर वर्ग को खुश करने में जुटी शिवराज सरकार ने प्रदेश के पुजारियों को बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने पुजारियों की मांग पूरी करते हुए उनका मानदेय तीन गुना बढ़ाकर 1500 रुपए महीना कर दिया है। इसके साथ ही मंदिरों की 10 एकड़ तक कृषि भूमि जोतने और इससे ज्यादा कृषि भूमि की नीलामी के अधिकार भी दे दिए हैं। उन्हें संबल योजना का लाभ भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महासंघ और ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के बाद यह घोषणा की है, इस सम्बन्ध में आदेश भी किये जा रहे हैं।
दरअसल, शासन द्वारा संचालित मंदिरों के पुजारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था, बुधवार को राजधानी में पुजारियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था। पुजारी महासंघ की अगुवाई में 25 सितंबर से लगातार आंदोलन चल रहा था। चुनाव से पहले पुजारियों की नाराजगी ने सरकार की चिंता बढ़ा रखी थी, जिसके चलते मुख्यमंत्री ने गुरूवार को महासंघ और ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए बुलाया था। प्रतिनिधिमंडल ने सभी मांगें पूरी करने पर ही धरना खत्म करने की शर्त रखी। आखिर सरकार को चर्चा के दौरान उठाई गईं सभी मांगें पूरी करनी पड़ीं।
ग्रामसभा शासन द्वारा संचालित मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति नहीं कर सकेगी और न ही उन्हें हटा सकेगी। अब ये अधिकार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) का रहेगा। मंदिरों की 10 एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि नीलाम करने के अधिकार पुजारियों को दे दिए, लेकिन वे कलेक्टर के प्रतिनिधि की देखरेख में ही नीलामी कर सकेंगे। वहीं पुजारी दस एकड़ तक कृषि भूमि जोत सकेंगे और उससे मिलने वाली राशि का उपयोग भी कर सकेंगे।
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