सीएम शिवराज का दावा- MP में नहीं है रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत
इंदौर: पूरा देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर की चपेट में आ गया है। मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में एंटी वायरल ड्रग्स रेमडेसिविर की कमी हो गई। इंदौर में गुरुवार और शुक्रवार को मेडिकल स्टोर्स पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें रेमडेसिविर नहीं मिल पाई। इसके पीछे की वजह दवा की शॉर्टेज को बताया जा रहा है। हालांकि अब खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में सफाई दी है।
मीडिया से बात करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। 4000 रेमडेसिविर अभी उपलब्ध हैं, जबकि 5000 इंजेक्शन रविवार को आ जाएंगे। ऐसे में इनकी कुल संख्या 9000 हो जाएगी। मौजूदा वक्त में पूरा प्रदेश टीका उत्सव मना रहा है। वहीं कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन की खबर आ रही थी। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये खबर गलत है, सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है।
क्यों
हो
रही
किल्लत?
मध्य
प्रदेश
में
रेमडेसिविर
की
कमी
की
पीछे
कई
वजहें
मानी
जा
रही
हैं।
प्रशासनिक
अधिकारियों
के
मुताबिक
महाराष्ट्र
में
केस
तेजी
से
बढ़
रहे
हैं।
मध्य
प्रदेश
महाराष्ट्र
का
पड़ोसी
राज्य
है,
ऐसे
में
वहां
पर
डिमांड
बढ़ने
पर
यहां
किल्लत
हो
रही
है।
दूसरी
ओर
स्टॉक
आ
नहीं
पा
रहा
है,
लेकिन
खपत
बढ़ती
चली
जा
रही
है।
जिस
वजह
से
लोग
दुकानों
के
बाहर
लाइन
लगाकर
खडे़
हैं।
साथ
ही
किसी
भी
कीमत
पर
वैक्सीन
खरीदना
चाहते
हैं।