पद्म शुक्ला के दिमाग की उपज थी चित्रकूट के 2 भाइयों का अपहरण व हत्या, जानिए इसकी पूरी कुंडली
Satna News, सतना। पद्म शुक्ला...। यह नाम 23 फरवरी तक आरएसएस व भाजपा के कई नेताओं के करीबी के तौर पर जाना जाता था, मगर अब यह दो बच्चों के अपहरण और उनकी हत्या का गुनहगार भी है। पुलिस की मानें तो स्कूल से बच्चों का अपहरण करना और फिर 11 दिन बाद उनकी जान लेने की पूरी वारदात का मास्टर माइंड पद्म शुक्ला है।
मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट में तेल व्यापारी के दो जुड़वां बेटे प्रियांश व श्रेयांश का 12 फरवरी को स्कूल बस से बंदूक की नोक पर अपहरण कर ले जाने वाले मामले का मास्टर माइंड पद्म शुक्ला भाजपा के कई नेताओं का करीबी है। बीस लाख की फिरौती लेने के बाद भी दोनों बच्चों को मार दिया गया था। 23 फरवरी की रात को यूपी के बांदा जिले की यमुना नदी से प्रियांश व श्रेयांश के शव बरामद कर पुलिस ने मामले में पद्म शुक्ला समेत छह आरोपियों को पकड़ा है।
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रीवा जोन के आईजी चंचल शेखर ने बताया कि आरोपियों से बरामद वाहनों पर भाजपा और बजरंग दल का झंडा लगा मिला है। झंडा इसलिए लगाया गया था कि ताकि अपहरण के बाद बच्चों को इधर-उधर ले जाने में दिक्कत नहीं हो। मास्टर माइंड पद्म शुक्ला का भाई बजरंग दल का संयोजक है। हलांकि उनका इस मामले से कोई संबंध उजागर नहीं हुआ है। पद्म शुक्ला भाजपा के कई नेताओं का खास था। उनके साथ अपनी फोटो फेसबुक पर पोस्ट भी कर रखी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि इसके कई नेताओं से अच्छे सम्पर्क थे।
चित्रकूट से अपहृत दो मासूम देवांश और प्रियांश का शव मिलना अत्यंत दुःखद है। बच्चों के पिता श्री ब्रजेश रावत से फोन पर बात हुई है। मैंने उन्हें भरोसा दिया है कि मासूमों की हत्या करने वाले अपराधियों को हर हाल में कड़ी सजा मिलेगी- श्री कमल नाथ, मुख्यमंत्री@JansamparkMP pic.twitter.com/grGvjuvHiW
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) February 24, 2019
पुलिस पड़ताल में यह भी सामने आया कि चित्रकूट के नयागांव में जानकीकुंड रघुवीर मंदिर के सामने रहने वाले रामकरण शुक्ला का बेटा पद्म शुक्ला उत्तर प्रदेश के बाहुबली राजा भैया के सम्पर्क में था। इधर, सोमवार को घटना के विरोध में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मौन जुलूस निकाला गया।
आज आत्मा असीम दु:ख और पीड़ा से चित्कार कर रही है। आज हमने यह मौन जुलूस इसलिए निकाला कि दिवंगत दोनों बेटों श्रेयांश और प्रियांश को अपने श्रद्धा के सुमन अर्पित कर सकें और भगवान से उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर सकें। pic.twitter.com/Pilj2g0nUd
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 25, 2019