मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार, शिवराज के 28 नए मंत्रियों ने ली शपथ
भोपाल। लंबे इंतजार के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर लिया। इस बीच राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 28 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। जिसमें 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री शामिल हैं। इस दौरान खास बात ये रही कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के 11 विधायकों को कैबिनेट में जगह दी गई है। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया शपथ ग्रहण के दौरान खुद मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के साथ राजभवन में मौजूद रहे।
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सीएम शिवराज ने गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, एंदल सिंह कंसाना, बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, ओम प्रकाश सकलेचा, ऊषा ठाकुर, प्रेम सिंह पटेल, हरदीप सिंह डंग, अरविंद सिंह भदौरिया, डॉ. मोहन यादव, राजवर्धन सिंह और महेंद्र सिंह सिसोदिया को कैबिनेट मंत्री बनाया है। जबकि भारत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामखिलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोदिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया को राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं शपथ ग्रहण के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले मेरे सभी साथियों को हार्दिक बधाई। हम सब मध्य प्रदेश की प्रगति, विकास एवं जनकल्याण के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। मुझे विश्वास है कि प्रदेश के नवनिर्माण में आप सबका भरपूर सहयोग और योगदान मिलेगा।
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23 मार्च को शिवराज ने ली थी शपथ
दरअसल, सिंधिया समर्थक छह मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद 20 मार्च को कमलनाथ को भी इस्तीफा देना पड़ा और 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिर गई। 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच 29 दिन तक वो अकेले ही सरकार चलाते रहे। इसके बाद 5 मंत्रियों वाली मिनी कैबिनेट ने 21 अप्रैल को शपथ ली, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट और गोविन्द सिंह राजपूत शामिल थे।
विस्तार
में
क्यों
हुई
इतनी
देर?
मध्य
प्रदेश
विधानसभा
में
230
सदस्य
हैं।
ऐसे
में
वहां
पर
35
मंत्री
बनाए
जा
सकते
हैं।
पहले
शिवराज
सिंह
चौहान
समेत
6
मंत्री
शपथ
ले
चुके
थे।
वहीं
आज
28
नए
मंत्रियों
को
शपथ
दिलाई
गई।
माना
जा
रहा
है
कि
सिंधिया
खेमे
से
तालमेल
नहीं
बैठ
पाने
की
वजह
से
मंत्रिमंडल
के
विस्तार
में
देर
हुई।
वहीं
इस
बीच
राज्यपाल
लालजी
टंडन
की
भी
तबीयत
खराब
हो
गई
थी।
जिस
वजह
से
आनंदी
बेन
पटेल
को
अतिरिक्त
प्रभार
सौंपा
गया।
राज्यपाल
के
नहीं
होने
की
वजह
से
भी
शपथ
ग्रहण
को
आगे
बढ़ाना
पड़ा
था।