पहले 4 बच्चे पैदा किए फिर 25 साल बाद की शादी, साइकिल पर बैठकर आया 55 साल का दूल्हा
25 साल से थे लिव इन में, बेटी की शादी से एक दिन पहले खुद ने लिए 7 फेरे फिर किया कन्यादान
अशोकनगर। यह अजब शादी की गजब कहानी है। इसमें दूल्हा 55 साल का और दुल्हन 50 साल की है। दोनों के चार बच्चे भीं है। 25 साल से दोनों साथ रह रहे हैं, मगर शादी नहीं की। सात फेरे नहीं लिए थे। बात जब बड़ी बेटी के कन्यादान की आई तो लिव इन में रह रहे इस जोड़े ने पहले खुद की शादी की ठानी। उसके बाद धूमधाम से बेटी की शादी की।
मामला मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के मुंगावली इलाके के गांव रुहाना का है। यहां के परमाल सिंह लोधी को 25 साल से सुनीता बाई लोधी से प्यार हो गया था। दोनों ने शादी करके साथ रहने की बजाय लिव इन में रहना शुरू किया। इसी दौरान दोनों के दो बेटे व दो बेटी पैदा हुई है। बड़ी बेटी कल्लो 18 साल की हो गई। 15 जून को कल्लो की शादी थी।
बेटी की शादी में पंडित और रिश्तेदारों ने कहा कि जब मां-बाप ने ही सात फेरे लेकर शादी नहीं की तो वे बेटी का कन्यादान कैसे सकते हैं। हिन्दू विवाह रीति के अनुसार पहले माता-पिता को शादी करनी चाहिए उसके बाद ही वे बेटी के कन्यादान के हकदार हैं।
बच्चे
भी
शामिल
हुए
माता-पिता
की
शादी
में
बेटी
कल्लो
की
शादी
से
एक
दिन
पहले
14
जून
को
परमाल
सिंह
और
सुनीता
बाई
की
शादी
हुई,
जिसमें
गांव
के
हलका
सेन
में
सुनीता
का
कन्यादान
किया।
खास
बात
यह
रही
है
कि
इस
शादी
में
इनके
4
बच्चों
ने
भी
शिरकत
की।
वहीं,
बारात
में
दूल्हा
घोड़ी
पर
सवार
होकर
आने
की
बजाय
साइकिल
पर
आया।
शादी
में
परिवार
में
25-30
सदस्य
शामिल
हुए।
जमकर
नाचे
बेटा-बेटी
माता-पिता
की
25
साल
बाद
हो
रही
शादी
में
उनके
चारों
बच्चे
शामिल
हुए।
बेटे-बेटियां
बाराती
बनकर
नाचे।
शादी
में
बैंड
बाजे
की
बजाय
तसले
बजाए
गए,
मगर
चारों
बेटा-बेटियों
का
उत्साह
देखते
बना।
खुद
की
शादी
के
अगले
दिन
परमाल
सिंह
व
सुनीता
ने
बेटी
की
धूमधाम
से
शादी
की
और
उसका
कन्यादान
किया।
VIDEO : व्हीलचेयर पर बैठकर आया दूल्हा, 7 फेरे भी इसी पर बैठे-बैठे लिए, दुल्हन ने लिया था यह फैसला