एक बार फिर मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे अखिलेश, कांग्रेस से गठबंधन की अटकलें तेज
भोपाल। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उप्र के पूर्व युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार फिर मध्यप्रदेश के दौरे पर जाने वाले हैं। भोपाल के बाद वे 3 सितंबर को यादवों के गढ़ कहे जाने वाले इंदौर शहर जाएंगे। इससे सपा और कांग्रेस के बीच मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन की अटकलें भी तेज हो गई हैं। कहीं ना कहीं ना कहीं उत्तर प्रदेश के तर्ज पर ही इस बार वो मध्यप्रदेश में यादव वोट बैंक का सहारा लेने के फेर में जुटे हुए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार इंदौर में मनाए जाने वाले कृष्ण जन्माष्टमी में वो शामिल हो सकते हैं।
जन्माष्टमी के मौके पर होने वाले विभिन्न समारोह के साथ यादव समाज के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे। धार्मिक आयोजन के बहाने वे नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के नेताओं से चर्चा करेंगे। साथ ही दूसरे राजनीतिक दलों के कुछ नेताओं के पार्टी में शामिल होने की संभावना है। बताया जा रहा है बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एमपी के चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर ली है।
वहीं, अखिलेश के दौरे ने भाजपा और कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। हालांकि बीते दिनों ही अखिलेश दो दिवसीय दौरे पर भोपाल आए थे और अब इंदौर आ रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर कांग्रेस के गठबंधन को लेकर चचार्ए तेज हो चली है। दो दिन पहले ही सपा ने कांग्रेस के पुराने नेता मूलचंद (बंते) यादव को पार्टी से तोड़कर प्रदेश चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है। इस पर अंतिम निर्णय लेना अभी बाकी है। हालांकि कांग्रेस से गठजोड़ नहीं भी हुआ तब भी सपा चुनाव 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रही है। सपा के लिहाज से इंदौर की 1 नंबर और 3 नंबर विधानसभा सीटें अहम मानी जा रही हैं। असल में 1 नंबर में 40 हजार से ज्यादा यादव मतदाता हैं। वहीं 3 नंबर विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवारों पर बनी स्थितियों में सपा बगावत का फायदा उठा सकती है।