कोरोना महामारी के बीच शुरू हुआ 21 दिवसीय ऑनलाइन मेडिटेशन चैलेंज कार्यक्रम
जबलपुर। कोरोना काल में अनिश्चितता और तनावपूर्ण समय में लोग पराजित कर देने वाली भावनाओं, चिंता और भय से निपटने के लिए साधनों की तलाश कर रहे हैं। ऐसे में आर्ट ऑफ़ लिविंग की ओर से एक सितम्बर से 21 दिवसीय निशुल्क ऑनलाइन मेडिटेशन चैलेंज का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रतिभागियों को वैश्विक आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर द्वारा प्रतिदिन शाम 7.30 बजे एक अद्वितीय निर्देशित ध्यान से परिचित करवाया जा रहा है।
ध्यान सत्र छोटे, उत्कृष्ट व शक्तिशाली होंगे और तनाव से तुरंत राहत दिलाएंगे, जिससे अधिक शांति और स्थिरता का अनुभव किया जा सकेगा। हाल ही किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि 65 प्रतिशत भारतीयों ने लॉकडाउन के बाद सामान्य से गम्भीर तनाव का सामना किया है। लोगों ने विशेष रूप से छात्रों और कामकाजी व्यावसायिकों ने चिंता, क्रोध, हताशा, चिड़चिड़ापन और अकेलेपन की भावनाओं का अनुभव किया है।
21 दिन का मेडिटेशन चैलेंज क्यों लें?
आर्ट ऑफ़ लिविंग प्रशिक्षक एवं स्टेट मीडिया कोऑर्डिनेटर ने ऋतु राज असाटी ने बताया कि ऐसा कहा जाता है कि किसी भी अच्छी आदत को डालने में कम से कम 21 दिन लगते हैं। इसी प्रकार 1 सितंबर से शुरू होने वाली ध्यान की चुनौती, प्रत्येक अभ्यास के बाद ध्यान प्रणाली द्वारा लाई गई गहराई और स्पष्टता से पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाएगी और पूर्ण विश्राम, हल्केपन व सहजता का अनुभव होगा।
यहां कर सकते हैं लॉग इन
ऋतु राज असाटी ने बताया कि गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के आधिकारिक YouTube चैनल पर लॉग किया जा सकता है। चाहे कोई शुरुआती हो या अनुभवी अभ्यासी, ध्यान सभी के लिए यह चुनौती है। इस वर्ष मार्च और मई के मध्य गुरुदेव ने 22 मार्च से दिन में दो बार ध्यान निर्देशित किया, जिसे 100 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा देखा गया।
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