पहले पति की हो गई मौत अब उसकी तेरहवीं के लिए बच्चों के साथ घर जाने के लिए भटक रही है महिला
लुधियाना। पंजाब के लुधियाना शहर से दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां पति की मौत के बाद उसकी तेरहवीं के लिए पत्नी अपने तीन बच्चों के साथ दर-ब-दर भटक रही है ताकि उसे कोई उसके घर पहुंचा सके। महिला के पास तेरहवीं के लिए भी पैसे नहीं हैं और गांव जाने के लिए कोई साधन का जुगाड़ नहीं हो पा रहा है। 20 दिनों से बच्चों के साथ रो-रोकर बुरा हाल है।
कुछ दिन पहले उन्होंने अमृतसर में इंतजार किया फिर अब लुधियाना रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर पति के तेरहवीं के लिए घर जाने का इंतजार कर रही है। पीड़िता उर्मिला छत्तीसगढ़ के जिला जांजगीर चांपा, तहसील शक्ति, गांव राजा भाठी की निवासी है। 20 दिन पहले इलाज की कमी के चलते उसके पति कलश रामरात्रे की मौत हो गई। इसके बाद ब्यास नदी के पास उसने अपने पति का अंतिम संस्कार किया।
मृतक कलश ब्यास स्थित के पास मौजूद भट्टे पर काम करता था। उर्मिला बाई रात्रे ने बताया कि वह पति की मौत के बाद की प्रक्रिया और तेरहवीं के लिए गांव जाना चाहती है। लेकिन ट्रेन नहीं मिल रही। उनके पास इतने पैसे भी नहीं कि प्राइवेट वाहन के जरिये गांव जा सके। उर्मिला ने बताया कि पति ब्यास स्थित भट्टे पर काम करता था। वह कई दिन से बीमार था। गले के पास दो गिल्टी हो गई थी और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, लेकिन पैसे न होने के कारण इलाज कराना मुमकिन नहीं था।
जब हालत नाजुक हुई, तो पास के ही डॉक्टर को बुलाकर दिखाया जिसन अस्पताल ले जाने को कहा। पति को अस्पताल लेकर चली, तो रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उर्मिला बाई रात्रे ने बताया कि 10 दिन तक तीन बच्चों के साथ अमृतसर रेलवे स्टेशन के फुटपाथ पर पड़ी रही। इस उम्मीद में कि शायद किसी ट्रेन से जाने का इंतजाम हो जाए, लेकिन जब बात नहीं बनी तो पांच दिन पहले लुधियाना आ गई।
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