संजीत किडनैपिंग-मर्डर केस: न्याय के लिए धरने पर बैठा परिवार, यूपी सरकार ने लिया CBI जांच करवाने का फैसला
लखनऊ। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के शव को पुलिस पिछले 10 से तलाश रही है, लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी। उधर, पुलिस की नाकामी से आहत संजीत यादव का परिवार कानपुर के शास्त्री चौक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है। धरने पर बैठे पिता, मां और बहन का कहना है कि जब तक इस अपहरण कांड का खुलासा नहीं हो जाता और उन्हें न्याय नहीं मिलता उनका धरना जारी रहेगा। वहीं, यूपी सरकार ने संजीत यादव की किडनैपिंग और हत्या की सीबीआई जांच करवाने का फैसला किया है।
परिवार
ने
रखी
थी
पांच
मांगें
दरअसल,
लैब
टेक्नीशियन
संजीत
यादव
के
परिवार
ने
सरकार
के
सामने
पांच
मांगें
भी
रखी
हैं।
बहन
रूचि
की
मांग
है
कि
संजीत
यादव
अपहरण
व
हत्याकांड
की
जांच
सीबीआई
से
कराई
जाए।
बहन
का
कहना
है
कि
उसका
भाई
जिस
भी
हालत
में
हो
उसे
बरामद
कर
उन्हें
सौंपा
जाए
ताकि
रक्षाबंधन
त्यौहार
वह
अपने
भाई
की
कलाई
पर
राखी
बांध
सके।
साथ
ही
उसका
कहना
है
कि
पकडे
गए
आरोपियों
का
लाई
डिटेक्टर
और
नार्को
टेस्ट
करवाया
जाए।
जिससे
सच्चाई
सामने
आ
सके।
बहन
की
मांग
है
कि
अपहरण
व
हत्या
में
शामिल
दोषियों
को
फांसी
की
सजा
दी
जाए।
सीबीआई
जांच
करवाने
का
फैसला
सरकार
ने
लिया
कानपुर
के
लैब
टेक्निशियन
संजीत
यादव
की
किडनैपिंग
और
हत्या
की
सीबीआई
जांच
करवाने
का
फैसला
उत्तर
प्रदेश
सरकार
ने
किया
है।
प्रदेश
सरकार
सीबीआई
से
इस
जांच
की
सिफारिश
करने
जा
रही
है।
दरअसल,
संजीत
यादव
के
परिवार
वालों
ने
पुलिस
पर
लापरवाही
का
आरोप
लगाते
हुए
सीबीआई
जांच
की
मांग
की
थी।
इस
मामले
में
पुलिस
विभाग
ने
एसपी
अपर्णा,
एसओ
रंजीत
राय
और
दूसरे
पुलिसकर्मियों
को
उनकी
संदिग्ध
भूमिका
के
लिए
सस्पेंड
कर
दिया
है।