महेंद्रनाथ पांडेय के बाद जानिए कौन हो सकता है यूपी भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष
Lucknow News, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष व चंदौली से भाजपा सांसद महेंद्रनाथ पांडेय ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई है। फिलहाल यूपी में भाजपा का नया अध्यक्ष कौन होगा यह अभी कहना मुश्किल है, लेकिन सियासी गलियारों में कई नामों की लेकर चर्चा तेज हो गई है। भाजपा के भीतर के सूत्रों के अनुसार अभी दो नेताओं के नाम आगे चल रहे हैं। इनमें से किसकी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी की जायेगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
भाजपा में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है
दरअसल बीजेपी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू है। लिहाजा कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद महेंद्रनाथ पांडेय को अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना होगा। इसी तरह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मंत्री बने हैं, लिहाजा राष्ट्रीय स्तर पर भी बीजेपी में बदलाव होंगे। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए जेपी नड्डा और भूपेंद्र यादव का नाम सबसे आगे है।
रमापति राम त्रिपाठी के नाम की चर्चा
यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पहला नाम जो सामने आ रहा है वो रमापति राम त्रिपाठी का है। रमापति राम त्रिपाठी आयुर्वेदिक डॉक्टर भी हैं। रमापति राम त्रिपाठी भाजपा के दिग्गज नेता कहे जाते हैं। वह यूपी बीजेपी इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले उन्हें चुनाव प्रबंधन समिति की बागडोर भी सौंपी गयी थी। साल 1996 से लेकर 2007 तक वह भाजपा में महामंत्री (संगठन) रहे। उनके समय में यह कम ही देखा जाता रहा कि किसी संघ प्रचारक की नियुक्ति बीजेपी में संगठन महामंत्री जैसे पद पर की जाती हो। बावजूद इसके आरएसएस के प्रचारक होने के बावजूद उन्हें यह महत्वपूर्ण पद मिला और काफी समय तक उन्होंने इस पर काम किया। कहा जाता है कि उनकी पकड़ पूर्वांचल के अलावा बुंदेलखंड के इलाकों में भी है। इसलिए रमापति के नाम की प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चर्चा तेज हो गई है।
स्वतंत्र देव सिंह के नाम की भी चर्चा
वहीं, दूसरा नाम जो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नेताओं की जुबान पर आ रहा है वो स्वतंत्र देव सिंह का है। बैकवर्ड चेहरा होने के चलते भाजपा स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दे सकती है। स्वतंत्र देव सिंह उर्फ कांग्रेस सिंह का नाम लगातार मीडिया की सुर्खियों में बना रहा। यह नाम प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये चल रहा था, लेकिन इन्हें योगी सरकार में बुन्देलखण्ड क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और योगी सरकार में इन्हें स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया। यूपी में लोकसभा चुनाव से लेकर विधान सभा चुनाव में पीएम मोदी की जितनी भी रैली हुई है उसे सफल बनाने में स्वतंत्रदेव का बहुत बड़ा हाथ माना जाता है। स्वतंत्र देव सिंह पीएम मोदी की रैली होने के एक सप्ताह पहले की उस स्थान पर डेरा डाल देते है जिससे वह छोटे कार्यकर्ताओं में उत्साह और ऊर्जा का संचार करते हुए रैली को किसी भी तरह सफल करा सके।
इन पदों पर रह चुके है स्वतंत्र देव सिंह
स्वतंत्र देव सिंह का पैतृक गांव मिर्जापुर जनपद में है। मिर्जापुर जनपद में जन्मे स्वतंत्र देव सिंह ने बुन्देलखंड के जालौन को कर्मभूमि बनाया। यहीं से राजनीति की शुरुआत करते हुए आज पूरे प्रदेश में उनका डंका बजने लगा। बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार में जन्मे स्वतंत्रदेव अपने परिवार में पहले व्यक्ति हैं जो आरएसएस से जुड़कर वर्तमान में बीजेपी जैसी राजनीतिक पार्टी के माध्यम से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। 2004 से 2014 तक दो बार प्रदेश महामंत्री बनाये गये। इससे पहले 2010 में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बनाये गए बाद में 2012 में फिर महामंत्री बने और इसी पद पर रहकर 2017 में भाजपा को बुन्देलखंड क्षेत्र में भारी जीत दिलाई। 2013 में इनको पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था। स्वतंत्रदेव सिंह 2014 में प्रदेश में बीजेपी सदस्यता अभियान के प्रभारी बनाए गए थे। जिसमें प्रदेश भर से एक करोड़ से ज्यादा नये सदस्य बनाकर स्वतंत्रदेव सिंह ने अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया था।
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