भूख से हुई गरीब की मौत पर क्या कहा भाजपा नेता ने!
बाराबंकी। बीते दिनों बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ के पकरिया में भूख की वजह से 40 वर्षीय श्रीकांत दीक्षित की मौत हो गई थी। जिसकी जानकारी प्राप्त होने पर अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा का शीर्ष नेतृत्व मृतक श्रीकांत के घर पहुंचा।
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न निवाला मिला, और न कोई सहारा और जिंदगी ने अलविदा कह दिया...जी हां गरीबी ने श्रीकांत दीक्षित की जान ले ली। बाराबंकी प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दावा किया है कि उसके शरीर में 50 ग्राम खाना निकला था।
इस
संदर्भ
में
जब
भारतीय
ब्राह्मण
महासभा
को
पता
चला
तो
पीड़ित
परिवार
से
मिलने
शीर्ष
नेतृत्व
पहुंचा।
जिसमें
राष्ट्रीय
अध्यक्ष
पं.
राजेंद्र
नाथ
त्रिपाठी,
प्रदेश
अध्यक्ष
पं.
अंजनी
कुमार
तिवारी,भारतीय
जनता
पार्टी
किसान
मोर्चा
प्रदेश
प्रवक्ता
एवं
ब्राह्मण
महासभा
के
प्रदेश
संयोजक
पं0
रामबाबू
द्विवेदी,
प्रदेश
सलाहकार
पं.
नारायण
प्रकाश
मिश्रा,
प्रदेश
सचिव
पं0
रजनीश
मिश्रा
एवं
अन्य
कई
लोग
भी
शामिल
रहे।
पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के बाद प्रवक्ता द्विवेदी ने स्वयं परिवार को सहायता राशि दी। इसके इतर मृतक श्रीकांत के छोटे भाई को प्राईवेट संस्थान में नौकरी दिलाने की बात की। एवं पीड़ित परिवार के भरण पोषण की जिम्मेवारी ली। जबकि मीडिया से बातचीत के दौरान रामबाबू ने कहा कि आज वाकई जिन लोगों को जरूरत है उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा, लोग भूखों मर रहे हैं। राज्य सरकार खुद की वाहवाही करते हुए उत्तम प्रदेश सरीखे बता रही है। जबकि असलियत में प्रदेश के हालात का अंदाजा भूख से हुई मौत से ही लगाया जा सकता है।
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ब्राह्मण महासभा के प्रदेश संयोजक रामबाबू के अनुसार जब हैदरगढ़ के एसडीएम से उन्होंने बात की तो गोलमोल जवाब प्राप्त हुए। ब्राह्म्ण महासभा ने पीड़ित परिवार के लिए पचास लाख रूपये की मांग की है। साथ हीने मांगे पूरी न होने पर मृतक के परिवार के साथ प्रदर्शन करने की भी बात की।