निजामुद्दीन मरकज: वसीम रिजवी का मौलाना साद पर बड़ा बयान
लखनऊ। तब्लीग-ए-जमात के प्रमुख मौलाना साद का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। देश के कई हिस्सों में पुलिस टीम तलाशी में जुटी हुई है। मौलाना के साथ ही उसके 6 साथियों को भी पुलिस खोज रही है, जिनके खिलाफ निजामुद्दीन थाने में केस दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि अगर जमात में शामिल लोगों की वजह से कोरोना वायरस फैलता है और किसी की भी मौत उस संक्रमण से होती है तो मौलाना मोहम्मद साद के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
वसीम रिजवी ने कहा, वहाबी जमातियों को देखकर ऐसा लगता है कि उनका अल्लाह कोई और है, क्योंकि वह कहते हैं कि यह महामारी अल्लाह ने दी है और बंदों को इसके लिए अल्लाह से तौबा करनी चाहिए। अल्लाह की इबादत करना और उससे तौबा करना अच्छी बात है, लेकिन अल्लाह कभी अपने बंदों पर जुल्म नहीं करता। असल में यह कुछ इंसानों की गलतियां हैं, जिसे दुनिया भर के इंसानों को झेलना पड़ रहा है।
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें कुछ मुसलमान झूम-झूम कर छींक रहे हैं। वसीम रिजवी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि अगर यह वीडियो सही है तो कट्टरपंथी मुसलमानों की मस्जिदों और मदरसों में कोरोना बम तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने मुसलमानों से कट्टरपंथियों के चक्कर से बाहर निकलने की भी अपील की। इससे पहले वसीम रिजवी ने कहा था कि तब्लीग-ए-जमात दुनिया की सबसे खतरनाक जमात है, जो आतंकियों के लिए मानव बम तैयार करती रही है। ये अपने लोगों में कोरोना वायरस फैलाया ताकि देश में ज्यादा से ज्यादा मौतें कराई जा सकें। इन लोगों को सजा-ए-मौत से कम कुछ नहीं मिलना चाहिए।
Nizamuddin event : मस्जिद से बेहतर मरने की कोई जगह नहीं.....मौलाना साद का ऑडियो वायरल