उज्जैन में मिली लखनऊ के वकील मनोज यादव की कार, पत्नी बोली- विकास दुबे से कोई वास्ता नहीं
लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर में दो-तीन जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर भागा पांच लाख का इनामी बदमाश विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़ लिया गया। उसे आज सुबह महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया। वहीं, महाकाल मंदिर प्रांगण के बाहर लखनऊ के रस्जिट्रेशन नम्बर की कार मिलने के बाद अनुमान लगाया जाने लगा कि विकास दुबे उसी कार से काफी तैयारी के साथ आया था।
इस कार से उज्जैन आया था विकास?
उस कार की नम्बर प्लेट पर हाईकोर्ट लिखा हुआ है। वह कार मनोज यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है। मनोज लखनउू का वकील है, लेकिन मनोज की पत्नी का कहना है कि, 'हमारा विकास दुबे से कोई-लेना देना नहीं है। उसने कहा कि, मेरे पति का विकास के फरार होने में कोई रोल नहीं है, मेरे पति तो बस दर्शन करने के लिए उज्जैन गए थे।' विकास दुबे किसी पाल के नाम की फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहा था।
लखनउू के वकील की है ये कार?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विकास दुबे तड़के राजस्थान के कोटा से सड़क के रास्ते उज्जैन पहुंचा था। विकास दुबे के साथ ही वहां एक शराब कारोबारी को भी गिरफ्तार किया गया। विकास दुबे गिरफ्तारी के बाद ऐसी जानकारी आई थी कि विकास दुबे फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहा था। वह महाकाल मंदिर पहुंचा था, यहां पर उसे गार्ड ने पहचान लिया था। उसकी पहचान कन्फर्म होने पर उज्जैन पुलिस को जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार
मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया था
गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से उसको मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसका ट्रांजिट रिमांड लिया। इसके बाद विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने लखनऊ से एसटीएफ का एक दल विकास दुबे को लेने भेजा।
एसटीएफ कर रही पूछताछ
एसटीएफ की टीम विकास दुबे को चार्टर्ड प्लेन से लेकर शाम को लखनऊ पहुंची। इसके बाद कानूनी औपचारिकता के बाद एसटीएफ की टीम विकास दुबे को अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। अब एसटीएफ विकास कानपुर शूटआउट के राज उगलवाएगी।