अफीम खिलाकर लड़कियों से जिस्मफरोशी कराता था भिखारी, किशोरियों ने सुनाई रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तां
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए सरगना दिव्यांग भिखारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आया भिखारी विजय बद्री उर्फ बंगाली अलग-अलग जिलों से लाई गई लड़कियों को नशे की लत लगाकर देह व्यापार के दलदल में धकेल देता था।
रेलवे स्टेशन पर मिलीं दो किशोरियां
दरअसल, लखनऊ के बादशाहनगर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की सुबह दो किशोरियां पहुंची, जिनके साथ दो लड़के भी थे। संदिग्ध दिखने पर आरपीएफ दरोगा वंश बहादुर ने उन्हें रोका तो लड़के तो भाग निकले, लेकिन किशोरियां वहीं सहम कर खड़ी हो गईं। दरोगा ने पूछताछ की तो किशोरियों ने पूरी सच्चाई बयां कर दी। किशोरियों ने बताया कि वह मुंशी पुलिया से 1090 चौराहे के बीच बच्चों से भीख मंगवाने वाले दिव्यांग विजय बद्री के लिए काम करती हैं। विजय उन्हें इंदिरानगर के चान्दन गांव में रखकर जिस्मफरोशी का धंधा करवाता है।
नशे की लत लगाकर करता था जिस्मफरोशी
पुलिस ने आरोपी भिखारी विजय को गिरफ्तार कर लिया है। कड़ाई से पूछताछ में विजय ने बताया कि वह असम और बिहार के गरीब परिवारों की बच्चियों को लालच देकर अपने साथ लाता था। यहां उनसे भीख मंगवाई जाती थी और नशे की लत लगाकर जिस्मफरोशी का धंधा करवाता था। वहीं, अगर कोई भी किशोरी उसकी बात नहीं मानती थी तो उन्हें यातनाएं देते हुए सिगरेट से जलाता। यही नहीं दो-दो दिन तक खाना भी नहीं देता। किशोरियों ने बताया कि उन्हें गलत काम करने के लिए उन्हें रोज यातनाएं दी जाती थीं, खाने में अफीम मिलाकर दी जाती थी।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी भिखारी
आरपीएफ इंस्पेक्टर एमके खान ने बताया कि गश्त के दौरान चौकी इंचार्ज वंश बहादुर यादव को चार नाबालिग संदिग्ध हालत में टहलते दिखे। रोकने पर दो किशोर भाग निकले, लेकिन किशोरियों को पकड़ लिया गया। पूछताछ में उन्होंने विजय के राज खोल दिए। विजय किशोरियों को तलाशते हुए बादशाहनगर स्टेशन पहुंचा, जहां आरपीएफ ने उसे दबोच लिया।