सीएए पर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का बड़ा बयान, कहा- संविधान की मूल संरचना के खिलाफ
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लखनऊ। सीएए और एनआरसी को लेकर चारो तरफ विरोध हो रहा है। अब इसी कड़ी में पूर्व भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने सोमवार को प्रेस कॉफ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने सीएए और एनआरसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह की भाषा अलोकतांत्रिक है। वह ऐसा नहीं बोल सकते कि चाहे जितना विरोध हो सीएए लागू करेंगे।
इस प्रेस वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे। यशवंत सिन्हा ने कहा कि हम तीन बिंदुओं पर इसका विरोध करते हैं। पहला यह कि सीएए देश के संविधान के खिलाफ ही नहीं देश के संविधान के मूल संरचना के खिलाफ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस कानून की आवश्यकता ही नहीं थी। क्योंकि सरकार के पास पहले से ही अधिकार है कि वो जिसे चाहे नागरिकता दे।
इसके अलावा यशवंत सिंन्हा ने कहा कि ये अर्थव्यवस्था की स्थिति से जनता का ध्यान हटाने के लिए ये बिल लाया गया है। इस कानून के नियम ही नहीं बने हैं। इसलिए इसे लागू नहीं किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि देश का संविधान खतरे में है क्योंकि देश को धार्मिक आधार पर बांटने के प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें कि यशवंत सिन्हा वर्तमान में तीन हजार किलोमीटर की गांधी शांति यात्रा में मौजूद हैं।
सिन्हा ने अपने समर्थकों के साथ 9 जनवरी को मुंबई से शांति यात्रा शुरू की थी। वे अब तक राजस्थान, हरियाणा पार करते हुए अब उत्तर प्रदेश पहुंच गए हैं। यात्रा का समापन 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर राजघाट पर होगा। यशवंत सिन्हा को यात्रा के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी और शत्रुघ्न सिन्हा का समर्थन प्राप्त हुआ है।