UPPCL PF घोटाला: योगी सरकार ने केंद्र को भेजा सीबीआई जांच का प्रस्ताव
लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिजली विभाग में हुए भविष्य निधि घोटाले की सीबीआई जांच का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। योगी सरकार इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की भी मदद लेगी। आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
मार्च 2017 से दिसंबर 2018 तक यूपी स्टेट सेक्टर पावर इंप्लाइज ट्रस्ट और यूपीपीसीएल सीपीएफ (कंट्रीब्यूटरी प्रॉविडेंट फंड) ट्रस्ट की निधि के कुल 4122.70 करोड़ रुपए नियमों की अनदेखी कर डीएचएफसीएल में फिक्स्ड डिपॉजिट करा दिए गए। मुंबई हाईकोर्ट द्वारा डीएचएफसीएल के भुगतान करने पर रोक लगाने के बाद बिजलीकर्मियों के भविष्य निधि का 2267.90 करोड़ रुपए (मूलधन) फंस गया है। इसमें जीपीएफ का 1445.70 करोड़ व सीपीएफ का 822.20 करोड़ रुपए है।
ऊर्जा मंत्री ने की थी सीबीआई जांच की मांग
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर मामले की जांच सीबीआई से कराने का अनुरोध किया था। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने रविवार को बताया कि मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद भविष्य निधि घोटाले की जांच सीबीआई से कराने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है।