यूपी में सभी सीटों पर पंचायत चुनाव लड़ेगी आम आदमी पार्टी, हर गांव में नियुक्त कर रही है 'ऑक्सीमित्र'
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता पुनरीक्षण की घोषणा राज्य निर्वाचन आयोग ने कर दी है, जिसके तहत एक अक्टूबर से बूथ लेवल ऑफिसर मतदाताओं के घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे। वहीं, 2021 की शुरूआत में चुनाव होने की उम्मीद है। ऐसे में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट के बीच प्रदेश में अपना पांव जमाने को बेकरार आम आदमी पार्टी (आप) सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारेंगी।
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आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडेय ने गुरुवार 24 सितंबर को लखनऊ में एक साझा प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं ने कहा कि प्रदेश में जातिवाद का तिलिस्म रचने वाली राजनीतिक पार्टियों का भविष्य आगामी पंचायत चुनाव में तय हो जाएगा। पार्टी ने प्रदेश की 345 विधानसभाओं में 25-25 सदस्यों की विधानसभा कमेटी बना ली है, जो 58 विधानसभा कमेटियां अभी तक नहीं बनी हैं वो आने वाले दिन में बन जाएंगी।
पार्टी नेताओं ने कहा कि पूरे प्रदेश में 'जन-जन ऑक्सीमीटर अभियान' के तहत पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश के हर गांव में घर-घर जा रहे हैं और हर दिन 50 हजार लोगों से मिलकर उनका ऑक्सीजन लेवल चेक कर रहे हैं। हर गांव में आप ने अपना प्रतिनिधि बतौर ऑक्सीमित्र नियुक्त कर रही है। सिंह ने कहा, 'यूपी में प्रधान, जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्यों का चुनाव जनता करती है, लेकिन पंचायत के दो सबसे जरुरी पद- ब्लॉक प्रमुख के चुनाव और जिला पंचायत अध्यक्ष का निर्वाचन, जिला पंचयात सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा होता है। कहा कि तमाम आपराधिक किस्म के लोग ब्लॉक प्रमुख और पंचायत के चुनाव पर पंचायत अध्यक्ष पद के चनुाव में उस सीट पर कब्जा करने का काम करते हैं।'
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी (आप) मांग करती है कि प्रदेश में होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख का चुनाव भी सीधे जनता के द्वारा हो, जिसका वादा प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले किया था। सीधे जनता के द्वारा होने वाले चुनाव से प्रदेश में राजनीति के अपराधीकरण से निजात मिलेगी। साथ ही जो लोगों ने पैसे और ताकत के बल पर इस दोनों बड़ी कुर्सियों में कब्जा किया था, उससे यूपी की जनता को छुटकारा मिलेगा।
वोटर
लिस्ट
के
प्रकाशन
तक
के
कार्यक्रम
जारी
एक
अक्टूबर
से
12
नवंबर
तक
बीएलओ
घर-घर
जाकर
गणना
तथा
सर्वेक्षण
का
काम
करेंगे।
एक
अक्टूबर
से
पांच
नवंबर
में
मतदाता
सूची
में
नाम
दर्ज
करवाने
या
फिर
संशोधन
का
काम
ऑनलाइन
काम
होगा।
छह
नवंबर
से
12
नवंबर
तक
बीएलओ
घर-घर
जाकर
ऑनलाइन
से
प्राप्त
आवेदन
पत्रों
की
जांच
करेंगे।
इसके
बाद
13
नवंबर
से
पांच
दिसंबर
तक
ड्राफ्ट
नामावलियों
की
कम्पयूटर
से
पांडुलिपि
तैयार
की
जाएगी।
छह
दिसंबर
से
ड्राफ्ट
मतदाता
सूची
का
प्रकाशन
होगा।
छह
से
12
दिसंबर
तक
ड्राफ्ट
के
रूप
में
प्रकाशित
नामावली
का
निरीक्षण
किया
जाएगा।
छह
से
12
दिसंबर
के
बीच
में
ही
दावा
तथा
आपत्ति
प्राप्त
की
जाएगी।
13
से
19
दिसंबर
तक
दावा
तथा
आपत्तियों
का
निस्तारण
किया
जाएगा।
इसके
बाद
20
से
28
दिसंबर
तक
पांडुलिपि
को
मूल
स्थान
में
समाहित
करने
की
कार्यवाही
होगी।
प्रदेश
में
29
दिसम्बर
को
मतदाता
सूची
का
अंतिम
प्रकाशन
होगा।
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