UP: 90 हज़ार करोड़ रुपये के घाटे में बिजली विभाग, गलत बिलिंग की शिकायतों पर ऊर्जा मंत्री ने दिए ये निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बिजली की गलत बिलिंग की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अफसरों को अब घर-घर जाकर स्मार्ट मीटरों के बारे में उपभोक्ताओं से फीडबैक लेने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि एक महीने के अंदर हर स्मार्ट मीटर उपभोक्ता से व्यक्तिगत तौर पर संपर्क करें। उनकी समस्याओं का निस्तारण करें और उनका फीडबैक भी लें। ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिया कि बिजली निगम के साथ ही वितरण कम्पनियों के सभी प्रबंध निदेशक अपने स्तर से इसकी नियमित समीक्षा भी करें।
ऊर्जा मंत्री ने कहा- उपभोक्ता की संतुष्टि ही सरकार की संतुष्टि है
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उपभोक्ता की संतुष्टि ही सरकार की संतुष्टि है। उपभोक्ताओं को बिल जमा करने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। अधिक बिल आने और समय से बिल न मिल पाने की शिकायतें उपभोक्ताओं को नहीं करनी पड़ें, इसका ध्यान रखना चाहिए। ऊर्जा मंत्री ने बिलिंग की शिकायतों पर ठोस कार्रवाई नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ऐसी सभी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। गलत बिलिंग पर संबंधित बिलिंग एजेंसी के खिलाफ भी कठोर विधिक कार्रवाई होनी चाहिए। श्रीकांत शर्मा ने बिजली उपकेन्द्र के कर्मचारियों के अलावा डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक, निदेशक और अन्य इंजीनियरों को फीडरों की पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया।
90 हज़ार करोड़ रुपये के घाटे में विद्युत विभाग
बता दें, इससे पहले मंगलवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि विद्युत विभाग 90 हज़ार करोड़ रुपये के घाटे में है। श्रीकांत शर्मा ने बताया कि शहर में 30 प्रतिशत और गांव में 75 प्रतिशत लोग बिल का भुगतान नहीं करते। उन्होंने उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन से सही और समय पर बिल देने का आग्रह किया है, जिससे उपभोक्ता सस्ती और निर्बाध बिजली के लिए समय पर भुगतान कर सकें।
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