लखनऊ की पहली कोरोना पॉजिटिव महिला के दो साल के बेटे में COVID-19 की पुष्टि, सास-ससुर भी हो चुके हैं शिकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दो साल के बच्चे में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। टोरंटो से लौटी जिस महिला डॉक्टर में 11 मार्च को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। यह उसी महिला डॉक्टर का बेटा है। महिला के संपर्क में आने से उसके सास और ससुर में भी वायरस फैला है। दोनों को इलाज कमांड हॉस्पिटल में चल रहा है। अब महिला के बेटे में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। डॉक्टर महिला लखनऊ की पहली कोरोना पॉजिटिव महिला हैं। वह कुछ दिन पहले ही डिस्चार्ज हुई थीं। सीएमओ ने बच्चे को सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से केजीएमयू रेफर कर दिया है।
8 मार्च को कनाडा से लखनऊ आई थी महिला
कनाडा
के
टोरंटो
में
रहने
वाली
35
वर्षीय
महिला
डॉक्टर
8
मार्च
को
लखनऊ
आई
थीं।
वह
यहां
अपने
सास-ससुर
के
साथ
गोमती
नगर
स्थित
घर
पर
रुकी
थीं।
11
मार्च
को
कोरोना
के
लक्षणों
के
साथ
अस्पताल
में
भर्ती
हुई
थीं।
केजीएमयू
में
हुई
जांच
में
पता
चला
कि
वह
करोना
वायरस
से
संक्रमित
हैं।
दोबारा
जांच
में
भी
करोना
वायरस
की
पुष्टि
हुई।
महिला
डॉक्टर
के
पति
का
भी
सैंपल
लिया
गया
था,
लेकिन
वह
निगेटिव
रहा।
स्वास्थ्य
विभाग
ने
परिवार
को
क्वारंटाइन
कर
दिया
था।
महिला
के
बाद
उसके
सास-ससुर
की
जांच
रिपोर्ट
भी
कोरोना
पॉजिटिव
पाई
गई
थी।
उन्हें
सांस
लेने
में
समस्या
थी।
उन्हें
इलाज
के
लिए
कमांड
हॉस्पिल
में
भर्ती
कराया
गया
था।
अब
बच्चे
की
रिपोर्ट
पॉजिटिव
आने
के
बाद
उसे
इलाज
के
लिए
केजीएमयू
में
भर्ती
कराया
गया
है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव केस
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की लैब ने सोमवार को 18 और लोगों में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की है। इन 18 लोगों में, 6 लखनऊ, 8 सीतापुर, 2 आगरा और एक-एक प्रयागराज व कौशांबी के हैं। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार तक जो आंकड़ा जारी किया था उसके अनुसार उत्तर प्रदेश में कोरोना की संख्या 278 थी। इस तरह से अगर ताजे आंकड़े पर गौर करें तो कोरोना का प्रकोप अब 31 जिलों से आगे बढ़कर 33 दिनों तक पहुंच गया है और कोरोना पॉजिटिव के लोगों की संख्या 296 पहुंच गई है।
सीएम योगी ने किया एकीकृत आपदा नियंत्रण केन्द्र का उद्घाटन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एकीकृत आपदा नियंत्रण केन्द्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान को अधिक प्रभावी बनाने के लिए राहत आयुक्त कार्यालय लखनऊ में 'एकीकृत आपदा नियंत्रण केंद्र' की स्थापना की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में राहत कार्यों को आम जन तक सफलतापूर्वक पहुंचाने के लिए यह कंट्रोल रूम एक 'बैक-बोन' के रूप में काम करेगा।
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