UP Budget 2022-23: अखिलेश बोले - बजट नहीं, बंटवारा है, मायावती ने बताया घिसा पिटा
लखनऊ, 26 मई: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गुरुवार को अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया है। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है। अखिलेश ने इसे बजट नहीं, बंटवारा करार देते हुए कहा कि प्रदेश में विकास सिर्फ आंकड़ों में ही दिख रहा है, जबकि सच्चाई ये है कि युवा बेरोजगार हैं। वहीं, मायावती ने इसे घिसा पिटा बजट करार दिया है।

यह बजट नहीं है, यह बंटवारा है: अखिलेश
योगी सरकार द्वारा बजट 2022-23 पेश करने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा यह इस सरकार का छठा बजट है और इसमें सबकुछ घटा है। यह बजट नहीं है, यह बंटवारा है। इस सरकार ने अपने पांच साल में जो घोषणापत्र जारी किया था उसमें कहा था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। आज हम 2022 में है और छठवां बजट पेश हो रहा है। क्या सरकार बताएगी कि उसका क्या हुआ?

अखिलेश बोले- विकास सिर्फ आंकड़ों में दिख रहा है
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है। युवाओं के पास रोजगार नहीं हैं। बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बर्बाद कर दी गई है। सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। विकास सिर्फ आंकड़ों में दिख रहा है।

मायावती ने बजट को घिसा पिटा करार दिया
बसपा प्रमुख मायावती ने इस बजट को घिसा पिटा बजट करार दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ''यूपी सरकार का बजट प्रथम दृष्टया वही घिसा पिटा व अविश्वसनीय है। यह जनहित एवं जनकल्याण में भी खासकर प्रदेश में छाई हुई गरीबी, बेरोजगारी व गड्ढायुक्त बदहाल स्थिति के मामले में अंधे कुएं जैसा है। इससे यहां के लोगों के दरिद्र जीवन से मुक्ति की संभावना लगातार क्षीण होती जा रही है। यूपी के करोड़ों लोगों के जीवन में थोड़े अच्छे दिन लाने के लिए कथित डबल इंजन की सरकार द्वारा जो बुनियादी कार्य प्राथमिकता के आधार पर होने चाहिए थे, वे कहां किए गए। स्पष्टत: नीयत का अभाव है तो फिर वैसी नीति कहां से बनेगी। जनता की आंख में धूल झोंकने का खेल कब तक चलेगा।''
UP
Budget
2022-23
:
वित्त
मंत्री
सुरेश
खन्ना
ने
पेश
किया
यूपी
का
बजट,
जानिए
बड़े
ऐलान