राहुल गांधी को चुनावी चुनौती देंगी स्मृति ईरानी !
अगर स्मृति अमेठी से चुनाव लड़ती हैं तो फिर शायद वाराणसी के बाद अमेठी की सीट पर सबकी नजरें जमी होंगी। यहां पर आप पार्टी के कुमार विश्वास पहले ही राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं।
स्मृति को लोग टीवी की पॉपुलर बहू के तौर पर जानते हैं और आज उनकी पहचान बीजेपी की एक ऐसी नेता के तौर पर हो कायम हो चुकी है जो हर मुद्दे पर पार्टी की बेबाक राय को लोगों के सामने रखती हुई नजर आती हैं। स्मृति साल 2003 में बीजेपी में शामिल हुई थीं। पार्टी ने साल 2004 में स्मृति को पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक से टिकट दिया था और उस समय स्मृति ने कपिल सिब्बल को टक्कर दी थी। हालांकि स्मृति यह चुनाव हार गई थीं लेकिन इसके बावजूद पार्टी में उनकी लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती गई और आज वह पार्टी के हर बड़ी घोषणाओं और हर बड़े आयोजन का हिस्सा बनती नजर आती हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के ही एक और अहम गढ़ रायबरेली से पार्टी उमा भारती को सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव में खड़ा करने की तैयारी कर रही है। रायबरेली कांग्रेस का ऐसा गढ़ माना जाता है जहां पार्टी की जीत लगभग तय मानी जाती है। स्मृति र्इरानी और उमा भारती को चुनाव मैदान में उतारने से साफ है कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में इस बार चुनावी जंग को हर हाल में जीतने के लिए कमर कस चुकी है।