स्मार्ट मीटरों में आई गड़बड़ी से UP के लाखों घरों में छाया अंधेरा, ऊर्जा मंत्री ने दो अधिकारियों को किया सस्पेंड
लखनऊ। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन उत्तर प्रदेश के लाखों घरों में अंधेरा छा गया। दरअसल, शाम पांच बजे के बाद प्रदेश के लाखों घरों की बिजली अचानक से चली गई, जिसके बाद उपभोक्ताओं ने जगह-जगह प्रदर्शन किया। बता दें कि यह समस्या उन घरों में आई, जहां स्मार्ट मीटर लगे हुए हैं। वहीं, सूचना के बाद शक्ति भवन स्थित यूपीपीसीएल मुख्यालय में हड़कंप मच गया। तो वहीं, स्मार्टमीटर डिस्कनेक्शन के मामले में प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार ने कहा कि स्मार्ट मीटर में खामी से नहीं बल्कि गलत कमांड देने से बिजली गुल हुई थी। जिसके बाद गलत कमांड देने वाले L&T प्रोजेक्ट मैनेजर शशिकांत अग्रवाल और ईईएसएल यूपी हेड आदेश सक्सेना को निलंबित कर दिया गया है।
बुधवार यानि 12 अगस्त को लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली, मथुरा और अलीगढ़ समेत कई जिलों की बिजली अचानक से चली गई। दरअसल, बेहतर बिजली सेवाएं देने के नाम पर यहां योगी आदित्यनाथ सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाए थे। जिन्होंने अचानक धोखा दे दिया। यह सब एक गलत कमांड देने की वजह से हुआ। इस कारण प्रदेश 8 शहरों में लगे 10 लाख स्मार्ट मीटर में से डेढ़ लाख मीटर की बिजली गुल हो गई। वहीं, इस मामले मामले में ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने यूपीपीसीएल अध्यक्ष को जांच के निर्देश दिए हैं।
देर
रात
सही
हो
सका
फॉल्ट
लाखों
घरों
की
बिजली
गायब
होने
हड़कंप
मच
गया।
काफी
प्रयास
के
बाद
अधिकारियों
ने
पाया
कि
गलत
कमांड
की
वजह
से
घरों
में
अंधेरा
छा
गया
था।
आनन-फानन
में
स्मार्ट
मीटर
की
कमांड
ठीक
करने
का
काम
शुरू
हुआ।
देर
रात
12
बजे
के
बाद
फॉल्ट
सही
हो
सका।
हालांकि
पावर
कॉर्पोरेशन
का
दावा
है
कि
रात
साढ़े
नौ
बजे
तक
कई
घरों
के
स्मार्ट
मीटर
चलने
लगे
थे।
जांच
कराई
जा
रही
है
फाल्ट
के
कारणों
की:
श्रीकांत
शर्मा
सूचना
मिलने
पर
ऊर्जा
मंत्री
श्रीकांत
शर्मा
खुद
इस
दिक्कत
को
दूर
कराने
में
जुट
गए
थे।
पावर
कारपोरेशन
के
चेयरमैन
व
प्रमुख
सचिव
ऊर्जा
अरविंद
कुमार
ने
कहा
कि
तकनीकी
कारणों
से
स्मार्ट
मीटर
वाले
उपभोक्ताओं
की
बिजली
कटी
थी।
रात
करीब
नौ
बजे
तक
अधिकांश
उपभोक्ताओं
के
घर
बिजली
सप्लाई
ठीक
करा
दी
गई
थी।
किन
कारणों
से
ऐसा
हुआ
इसकी
जांच
की
जा
रही
है।
हालांकि
महकमे
के
अधिकारी
यही
बताते
रहे
कि
स्मार्ट
मीटर
के
सभी
उपभोक्ताओं
के
घर
नहीं
बल्कि
कुछ
हजार
उपभोक्ताओं
को
ही
दिक्कत
का
सामना
करना
पड़ा।