नुसरत जहां को मिला शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का सपोर्ट, बोले- मुस्लिम महिलाओं का सिंदूर लगाना हराम नहीं
लखनऊ। अपने बयानों के कारण हमेशा चर्चाओं में रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में वसीम रिजवी ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां के सिंदूर और बिंदी लगाने के मामले में उलमा के फतवों पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इस्लाम में मुस्लिम महिलाओं के चूड़ियां और सिंदूर लगाना हराम नहीं है। मंगलसूत्र पहने और बिंदिया लगाने पर मुस्लिम धर्मगुरुओं को एतराज नहीं होना चाहिए।
वीडियो में रिजवी ने कहा कि पूरी दुनिया के कट्टरपंथी मुल्लाओं को चैलेंज है कि जो लोग इससे हराम कहते है। इस वो लोग कुरान में साबित करे जो इससे हराम कहते हैं। शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि हिन्दुस्तान में यह एक तालिबानी परिचय का प्रचार है। कहा कि हिंदुस्तान में यह तालिबानी मानसिकता का प्रचार है। इस तरह के फतवा जारी करने वालों से सख्ती से निपटने की जरूरत है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने कहा था कि अगर जल्दी प्राथमिक मदरसे बंद न हुए तो 15 साल बाद देश को आधे से ज्यादा मुसलमान आईएसआईएस की विचारधारा का समर्थक हो जाएगा। क्योंकि पूरी दुनिया में यह देखा गया कोई भी मिशन चलाने के लिए बच्चों को निशाना बनाया जाता है और इस वक्त दुनिया में आईएसआईएस का एक खतरनाक आतंकी संगठन है। जो धीरे धीरे पूरी दुनिया में मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में अपनी पकड़ बना रही है। भारत सरकार ने यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के प्रस्ताव पर विचार करते हुए उनके पत्र को मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेज दिया था।
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