बसों पर गरमाई राजनीति: अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कही यह बात
लखनऊ। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए बसें चलाने को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस मामले को लेकर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आमने-सामने है। इस बीच, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, 'उप्र की सरकार बसों के फ़िटनेस सर्टिफिकेट के बहाने प्रवासी मज़दूरों को सड़कों पर उत्पीड़ित कर रही है।'
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भाजपा सरकार दे अपना फिटनेस का सर्टिफिकेट: अखिलेश
प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर कांग्रेस पूरी तरह से सक्रिय हो गई है, जिससे केंद्र सरकार में भी हलचल मच गई है। अब कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर साथ खड़े नजर आ रहे हैं। मंगलवार को अखिलेश ने ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, 'उप्र की सरकार बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट के बहाने प्रवासी मजदूरों को सड़कों पर उत्पीड़ित कर रही है। भाजपा सरकार खुद अपने फिटनेस का सर्टिफिकेट दे कि इस बदहाली में क्या वो देश-प्रदेश चलाने के लायक है। अब कहां हैं पूरी दुनिया में भारत की उज्ज्वल होती छवि का ढिंढोरा पीटनेवाले।'
बस की जगह बल का प्रयोग अनुचित: अखिलेश
अखिलेश यादव ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'आम जनता को ये समझ नहीं आ रहा है कि जब सरकारी, प्राइवेट और स्कूलों की पचासों हजार बसें खड़े-खड़े धूल खा रही हैं तो प्रदेश की सरकार प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए इन बसों को सदुपयोग क्यों नहीं कर रही है। ये कैसा हठ है? बस की जगह बल का प्रयोग अनुचित है।'
कांग्रेस और योगी सरकार आमने-सामने
बता दें कि प्रवासी मजदूरों के लिए बसों को लेकर कांग्रेस और योगी सरकार आमने-सामने है। यूपी में बसों की एंट्री को लेकर आगरा में राजस्थान की सीमा पर कांग्रेस के कार्यकर्ता मंगलवार शाम धरने पर बैठ गए। वे यूपी में बसों की इजाजत मांग रहे थे। वहीं, पुलिस ने उनसे बसों के परमिट और कागजात मांगे। इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पार्टी के यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अजय कुमार लल्लू को हिरासत में लिए जाने के बाद पार्टी महासचिव ने योगी सरकार पर निशाना साधा।
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