गलवान में सैनिकों की शहादत पर डिंपल यादव का ट्वीट, कहा- ये खबर दिल दहलाने वाली है...
लखनऊ। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन सीमा पर हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। जवानों के बलिदान के बाद पूरा देश उनकी कुर्बानी को याद कर रहा है और उन्हें अश्रूपूर्ण श्रद्धांजलि दे रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव ने भी ट्वीट कर गलवान में शहीद हुए सैनिकों की शहादत को सलाम किया है। बता दें कि 15 जून की रात भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमे एक कर्नल और दो जवानों के मरने की खबर सामने आई थी, जबकि 17 जवान इस हमले में गंभीर रुपए से घायल हो गए थे, जिनकी मंगलवार को मृत्यु हो गई। जवानों के शीर्ष बलिदान को पूरा देश एकजुट होकर अपनी श्रद्धांजलि दे रहा है।
ये खबर दिल दहलाने वाली है...
गलवान घाटी में भारत और चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की शहादत को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और पूर्व सांसद डिंपल यादव ने ट्वीट कर सलाम किया है। उन्होंने लिखा, 'चीन के साथ झड़प में हमारे देश के अनेक जवानों के शहीद होने की ख़बर हर देशवासी का दिल दहलानेवाली है। शहादत को सलाम।' वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर ट्वीट कर सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की है।
अखिलेश ने कहा- सरकार से स्पष्टीकरण की अपेक्षा
अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, 'गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है। भावपूर्ण नमन।' अखिलेश ने कहा, 'सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है।'
20 जवान शहीद
बता दें कि लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक हमले में भारतीय सेना के जवानों की शहादत से पूरे देश में गुस्सा है। भारतीय सूत्रों के मुताबिक चीन के भी 43 जवान मारे गए हैं या तो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। शुरुआत में, भारतीय सेना ने कहा कि एक अधिकारी और दो सैनिक मारे गए। बाद में भारतीय सेना ने बयान में बताया कि 15-16 जून की रात भारत-चीन की झड़प हुई थी, लाइन ऑफ ड्यूटी पर 17 भारतीय टुकड़ियां जख्मी हुई हैं। वहीं, उप-शून्य तापमान में हमारे जवान देश की सुरक्षा के लिए वीरगति को प्राप्त हुए हैं, जिनकी संख्या 20 है। भारतीय सेना राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।