अजीत सिंह की आरएलडी महागठबंधन में होगी फिट, मिल सकती हैं ज्यादा सीटें
लखनऊ- कांग्रेस जहां एक तरफ आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के साथ गठबंधन करने को लेकर पुरजोर कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ इसके बावजूद आरएलडी सपा-बसपा के महागठबंधन में जगह पाने की कोशिशें कर रही है।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भरोसा दिलाया है कि वो आरएलडी को गठबंधन में शामिल करने के लिए बातचीत कर कोई रास्ता निकाल लेंगे। सूत्रों के अनुसार अजीत सिंह अब महागठबंधन में खुद के लिए तीन सीटों पर राजी हैं। पहले अजीत सिंह की मांग थी कि उन्हें गठबंधन में कम से कम पांच सीट मिलें।
आरएलडी के सीनियर नेता ने कहा कि हमने मायावती के साथ अखिलेश यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अखिलेश यादव से बात की। हमने उनसे कहा कि महागठबंधन में हमें सम्मानित सीटें मिलनी चाहिए और उन्होंने कहा कि वो जल्द ही इसका जवाब देंगे।
गौरतलब है कि सोमवार को अखिलेश यादव और मायावती ने लखनऊ के ताज होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यूपी में आने वाले लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन का ऐलान किया था. दोनों नेताओं ने बताया था कि वो यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 76 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया था कि वो रायबरेली और अमेठी सीट कांग्रेस के लिए छोड़ेंगी। इसके अलावा जो दो सीटें छोड़ी गयी थी. उससे साफ था कि ये सीटें अजीत सिंह और उनके बेटे के लिए छोड़ी गई है। बागपत और मथुरा सीट से अजीत सिंह और उनके लड़के जयंत चौधरी के लड़ने की खबर है।
सूत्रों के अनुसार आरएलडी ने संकेत भी दिए कि वो गठबंधन में शामिल होगी, अगर उन्हें एक सीट और मिलती है। आरएलडी नेता ने कहा कि बागपत और मथुरा सीट के अलावा हमारा दावा मुजफ्फरनगर सीट पर भी है। हमें भरोसा है कि वो सपा-बसपा को हमारे लिए एक और सीट छोड़ने में कोई और परेशानी नहीं होगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी का मजबूत आधार है. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें एक भी सीट नहीं मिली थी.
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