किलोभर के चूहों के एनकाउंटर के लिए रेलवे ने दी लाखों की सुपारी
लखनऊ। चूहों का आतंक किस कदर बढ़ गया है इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेलवे को इन्हें मारने के लिए चार लाख रुपए की सुपारी देनी पड़ी है। रेलवे ने चूहों को मारने के लिए 4.76 लाख रुपए की सुपारी दी है। इस सुपारी की खास बात यह है कि सुपारी की रकम का भुगतान चूहों की शव की शिनाख्त के आधार पर किया जाएगा।
एक देश ऐसा जहां चूहे मारने पर मिलता है 25 रुपए का इनाम
चूहों के एनकाउंटर के लिए हर महीने 35000 रुपए
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर चूहों का आतंक काफी बढ़ गयी है जिसे देखते हुए रेलवे ने हर महीने 35 हजार रुपए खर्च करने का फैसला लिया है इसके रेलवे ने एक प्राइवेट कंपनी को चुना है जो चूहों को मारने का काम करेगी। चारबाग पर हजारों चूहों का आतंकी है जो रेलवे की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह चूहे ना सिर्फ सरकारी फाइलों को चट्ट कर रहे हैं बल्कि यात्रियों के सामान को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसके चलते रेलवे ने यह फैसला लिया है।
पहले भी दी जा चुकी है सुपारी
आपको बता दें कि पिछले तीन सालों में यह दूसरी बार है जब रेलवे ने चूहों को मारने के लिए प्राइवेट कंपनी को ठेका दिया है। इससे पहले 2013 में भी रेलवे ने पहली चूहों को मारने का ठेका दिया था, लेकिन ठेकेदार चूहों को मारने में पूरी तरह से विफल रहे थे।
10 लाख डकार चुके हैं चूहे
रेलवे के अधिकारी ने कहा कि पिछले सालों में चूहों ने प्लेटफार्म पर 10 लाख रुपए से अधिक का नुसकान पहुंचाया है। चूहों से ना सिर्फ रेलवे कर्मचारी बल्कि यात्री भी काफी डरे हुए हैं। यह चूहे अमानती सामान घर में यात्रियों के सामान को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। रिकॉर्ड रूम में रखे अहम सरकारी दस्तावेजों के टुकड़े संभालते हुए अब रेलवे के कर्मचारी भी आजिज आ चुके हैं।
स्टडी- चूहे भी गाना गाकर चुहिया को अपनी ओर आकर्षित करते हैं
चूहों के शव के आधार पर होगा सुपारी का फैसला
सीनियर डिविजनल कॉमर्शियल मैनेजर अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि हमने चूहे मारने वाली कंपनी के साथ करार किया है। उन्होंने बताया कि इस करार में कोई तय करार नहीं किया गया है कि कितने चूहों का मारना है, लेकिन मुख्य स्वास्थ्य इंस्पेक्टर चूहों के शव को देखेंगे जिसके बाद इसका फैसला लिया जाएगा।
इसी महीने शुरु होगा चूहों का एनकाउंटर
अजीत कुमार ने बताया कि यह काम स्टेशनपर अगस्त माह के आखिरी हफ्ते में शुरु होगा। उन्होने बताया कि यह करार एक साल के लिए किया गया है। इस कॉट्रैक्ट के ततहत 25 बार यह अभियान चलाया जाएगा जिसमें 25 बार चूहों को मारने का ट्रीटमेंट किया जाएगा। इस कॉट्रैक्ट में कुल 4,76,525 रुपए का करार हुआ है।
स्टेशन की इमारत को कर रहे खोखला
रेलवे के वेंडर का कहना है कि चूहे स्टेशन की इमारत को अंदर से खोखला कर रहे हैं, यह प्लेटफॉर्म नंबर 5 से स्टेशन में दाखिल होते हैं और प्लेटफॉर्म नंबर 2 से बाहर जाते हैं। यहां खास बात यह है कि चूहों का वजह आधा किलो से एक किलों के बीच है।
बच्चों के लिए भी जानलेवा हैं ये चूहे
बच्चों के लिए यह चूहे काफी खतरनाक हैं, अगर आप सतर्क नहीं हैं तो यह बच्चों तक को काट लेते हैं। यहां यात्री अक्सर इस बात की शिकायत करतें हैं कि उनके खाने के पैकेट को चूहे कुतर डालते हैं।