सुसाइड से पहले राहुल ने अपनी मां को किया था फोन, कहा- मैंने नैंसी को बहुत मारा है अब वो...
लखनऊ। लखनऊ के कृषणानगर थाना क्षेत्र स्थित मोमेंट होटल के कमरा नंबर 310 में ठहरे राहुल ने अपनी प्रेमिका नैंसी को बर्बरता से यातनाएं भी दी थी। उसने नैंसी की गला दबाकर हत्या करने से पहले उसकी बेल्ट से पिटाई की थी। फिर उसके होंठ-पेट और पूरे शरीर को कांटे-चम्मच से गोदा दिया था। नैंसी के शरीर पर छोटे-बड़े मिलाकर कुल 80 से अधिक चोट के निशान मिले। इसमें गले पर ही 30 से 40 चोट के निशान मिले। गुस्से में राहुल ने नैंसी के सिर को दीवार में भी मारा था। बता दें कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नैंसी के मौत का कारण गला दबाना ही आया है। तो वहीं राहुल के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आई है।
नैंसी के साथ राहुल का चार साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग
दरअसल, लखनऊ पॉलीटेक्निक में प्रोफेसर रामचन्द्र पत्नी गायत्री, बेटे राहुल व आर्यन के साथ सरोजनीनगर में रहते हैं। राहुल इलाहाबाद विवि से बीएससी कर रहा था। उसका चार साल से सरोजनीनगर निवासी राजकुमार वर्मा की बेटी नैंसी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बीते कुछ दिनों से दोनों के रिश्तों में खटास आ गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल ने फोन पर नैंसी को अपने प्यार की कसम दी थी और आखिरी बार ही मिलने के लिए बुलाया था।
फोन पर रोने लगा था राहुल
राहुल ने नैंसी को फोन पर कसम देकर आखिरी बार मिलने के लिए बुलाया था। इस दौरान बात करते हुए वो फोन रोने लगा था। नैंसी उसकी बातों में आकर 6 अगस्त की दोपहर अपनी मां को बताकर उससे मिलने चली गई थी। दोनों चुंगी तिराहे से कार से निकले थे। दोपहर 12:40 बजे दोनों कृष्णानगर थाने के पीछे स्थित होटल मोमेंट पहुंचे थे, जहां उन्होंने कमरा नंबर 310 बुक कराया था।
नैंसी ने मां को बताया था कि राहुल कर रहा है पिटाई
पुलिस के मुताबिक, नैंसी ने शाम चार बजे के बाद अपनी मां को कॉल करके राहुल द्वारा हाथापाई किए जाने की बात बताई थी। इसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। वहीं, राहुल ने शाम 7 बजे अपनी मां को फोन करके बताया था कि उसने नैंसी को बहुत मारा है। वह बेहोश हो गई है और अब वह भी जिंदा नहीं रहेगा। इसके बाद दोनों परिवारों ने आपस में फोन पर बातचीत भी की थी, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी। एडीसीपी ने बताया कि अगर परिवारीजन वक्त रहते पुलिस को सूचना दे देते तो शायद घटना होने से बच जाती।
कृष्णानगर पुलिस ने लौटा दिया था
वहीं, नैंसी के घरवालों का कहना है कि रात में वह लोग कृष्णानगर कोतवाली गए थे। जहां, से उन्हें घटनास्थल सरोजनीनगर थानाक्षेत्र का होने की बात कहकर लौटा दिया गया था। आरोप है कि अगर पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी होती तो नैंसी की जान बच जाती। एसीपी दीपक कुमार ने बताया कि नैंसी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गले पर 30 से 40 चोट के छोटे बड़े निशान मिले हैं। उसके होंठ और पेट पर भी कांटे से गोदने के निशान हैं। इसके अलावा पीठ पर बेल्ट की मार के निशान हैं। दोनों परिवारों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। होटल स्टाफ का भी बयान लिया जाएगा।
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