प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र, लोगों को राहत पहुंचाने के लिए दिए ये 11 सुझाव
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पत्र में प्रियंका गांधी ने कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण के बीच लोगों को राहत देने के लिए 11 सुझाव दिए है। पत्र में प्रियंका ने लिखा कि आपके पिताजी के निधन के बाद मैं पहली बार आपको पत्र भेज रही हूं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को शांति दे और इस कठिन दौरा में आपको हौसला दें।
प्रिंयका गांधी ने लिखा कि कोरोना महामारी से पूरा जनजीवन प्रभावित है। हर वर्ग के ऊपर भयंकर आर्थिक मार पड़ी है। किसान, गरीब और मजदूर वर्ग विकट स्थिति में पहुंच गए है। आर्थिक संकट ने मध्य वर्ग और सामान्य नौकरीपेशा लोकों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। कारोबारी और व्यापारी वर्ग के उपर अस्तित्व बचाने का संकट खड़ा हो गया है। इन वर्गो की मदद करना अनिवार्य हो गया है।
Priyanka Gandhi Vadra, Congress writes to Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath giving 11 suggestions for bringing relief to people of the state in view of #COVID19. pic.twitter.com/8hVANNBw8H
— ANI UP (@ANINewsUP) May 13, 2020
प्रियंका गांधी ने सुझाव दिया है कि घर के लोन पर लगने वाली ब्याज दर को शून्य किया जाए। ईएमआई जमा करने की बाध्यता को अगले 6 महीनों के लिए स्थगित किया जाए। साथ ही सरकार किसानों के फसल खरीद की गारंटी सुनिश्चित करे।
प्रियंका गांधी ने मांग की कि किसानों का बिजली बिल हो माफ और शिक्षा मित्र, आशा बहनें, आंगनबाड़ी कर्मी, रोजगार सेवक व अन्य संविदा कर्मियों को प्रोत्साहन राशि मिले। लघु और कुटीर उद्योगों के लिए बुनियादी और जरूरी कदम उठाये जाएं।
लॉकडाउन के दौरान बुनकरों के नुकसान का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि बुनकरों, दस्तकारों के हर परिवार को हर महीने 12 हजार रुपये की क्षतिपूर्ति मिले। साथ ही बैंक लोन और बिजली कर माफ हो।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया और आज शाम चार बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बताएंगी कि किस सेक्टर और किस कारोबार को क्या मिलेगा। माना जा रहा है छोटे उद्योगों से लेकर उन कारोबार को फायदा मिलेगा, जो लॉकडाउन में सबसे ज्यादा प्रभावित है। हालांकि कृषि को लेकर पहले ही पैकेज आ चुका है, लेकिन आने वाले दिनों मे कुछ और घोषणाएं भी हो सकती है।